दिव्यांग ¨पकी व बीमार बेटे की मदद को बढ़े हाथ
मधुपुर : बेटे के इलाज की ¨चता में अपना गम भूल गई निश्शक्त मां शीर्षक से मंगलवार को दैनिक जाग
मधुपुर : बेटे के इलाज की ¨चता में अपना गम भूल गई निश्शक्त मां शीर्षक से मंगलवार को दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर का असर दिखा। दोनों पैरों से दिव्यांग मधुपुर की ¨पकी देवी पिछले तीन दिनों से अनुमंडल अस्पताल के कुपोषण उपचार केंद्र में अपने ढाई साल के पुत्र के इलाज के लिए किसी मसीहा का इंतजार कर रही थी। खबर प्रकाशित होने के बाद न केवल वनांचल ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक प्रत्यूष प्रसून ने अस्पताल पहुंचकर ¨पकी का खाता खोला, बल्कि बैंक अधिकारी व कर्मियों ने साढे़ चार हजार रुपए की आर्थिक सहयोग भी किया। शाखा प्रबंधक ने बताया की सुबह-सुबह दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर को पढ़ने के बाद ¨पकी के बारे में जानकारी मिली। उसी समय उन्होंने तय कर लिया कि अस्पताल जाकर उस पीड़ित महिला का बैंक खाता खोलने के साथ आर्थिक मदद भी करेंगे ताकि उसके बच्चे का बेहतर इलाज हो सके। उसने जागरण के इस खबर की सराहना करते हुए कहा कि वास्तव में दैनिक जागरण सामाजिक सरोकार से जुड़ी खबरों को प्रकाशित कर समाज एवं प्रशासनिक महकमों को जगाने का काम करता है।
इधर वार्ड पार्षद विवेक बथवाल ने भी अनुमंडल अस्पताल पहुंचकर ¨पकी देवी व उसके बच्चे का न केवल हालचाल पूछा बल्कि बेहतर इलाज के लिए देवघर सदर अस्पताल रेफर करने का काम किया। वार्ड पार्षद ने बताया कि देवघर के समाजसेवी मयंक राय सोमवार की सुबह दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद फोन कर तत्काल अनुमंडल अस्पताल पहुंचने और दिव्यांग महिला और उसके बच्चे को इलाज के मदद करने को कहा। उन्होंने बताया कि बीमार बच्चे का इलाज सामाजिक कार्य से जुड़े सभी युवा तन, मन, धन से करेंगे। ताकि ¨पकी के जीने का सहारा उसका पुत्र बच सके। ¨पकी देवी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित नहीं हुआ होता तो उसका दर्द बढ़ते चला जाता। कहा की अब आशा की किरण साफ साफ दिख रही है कि उसके इकलौते पुत्र का इलाज समुचित ढंग से हो पाएगा जो कि उसके जीवन का सहारा बनेगा।