मत्स्क पालकों को नुकसान, मांगा मुआवजा
संवाद सूत्र देवीपुर मत्स्य पालन विभाग की ओर से उपलब्ध कराया मछली का जीरा मत्स्य पालक किसानो
संवाद सूत्र, देवीपुर : मत्स्य पालन विभाग की ओर से उपलब्ध कराया मछली का जीरा मत्स्य पालक किसानों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। क्षेत्र के लगभग छह सौ किसानों के बीच लगभग डेढ़ करोड़ मछली का जीरा का वितरण किया था। यह जीरा पश्चिम बंगाल से मंगाकर उपलब्ध कराया गया। किसानों ने मछली का जीरा इतना छोटा था कि नंगी आंखों से दिखाई नहीं पड़ता था। तब किसानों ने इसके उत्पाद को लेकर आशंका व्यक्त किया था। लेकिन तब किसानों को समझा-बुझाकर जीरा लेने के लिए प्रोत्साहित किया था। आखिरकार किसानों का डर सच हो गया। अब जब किसान अपने तालाब से मछली निकालने का प्रयास करते हैं तो हर बार मछली का जाल खाली ही निकलता है। तालाब में मछली का नामो निशान नहीं है। किसानों का कहना है कि अच्छी कमाई होने के उम्मीद में तलाब में जीरा डाला था। मछली को बढ़ने के लिए तमाम उपाय किए गए। गोबर सहित मछली का चारा भी डाला गया। इसमें प्रत्येक किसानों के हजारों रुपये खर्च हो गए। लेकिन पूंजी भी गई और मेहनत भी पानी में धूल गया। इससे किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है। मत्स्य पालक किसानों ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी पंकज कुमार से इसकी शिकायत की। उन्होंने किसानों का कहा कि इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को की जाएगी। अब किसान विभाग से क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे हैं।