भगवान जगन्नाथ को विश्रामगृह ले गए भक्त
वर्षो से चली आ रही परंपरा के अनुरूप कृष्ण पक्ष आषाढ़ प्रतिपदा के मौके पर शनिवार को शिक्षा सभा चौक स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई।
देवघर : वर्षो से चली आ रही परंपरा के अनुरूप कृष्ण पक्ष आषाढ़ प्रतिपदा के मौके पर शनिवार को शिक्षा सभा चौक स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई। इसके बाद उन्हें मंदिर से सटे विश्रामगृह ले जाया गया। कहा जाता है कि आषाढ़ प्रतिपदा को बीमार हुए भगवना जगन्नाथ ने 15 दिनों तक विश्राम किया गया था। इसका अनुशरण आज भी बाबाधाम हो रहा है। अगले 15 दिनों तक उन्हें तरल पदार्थ, शहद व जड़ी-बूटी के अलावा मिष्ठान मिश्री आदि का भोग लगाया जाएगा ताकि उनकी बीमारी में सुधार हो सके। आषाढ़ कृष्ण पक्ष अमावस्या के दिन भगवान स्वस्थ होते हैं और इस दिन मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जाती है। अगले दिन आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया के दिन उनकी पूजा कर सायंकाल रथयात्रा निकाली जाती है। इस मौके पर भगवान जगन्नाथ, बलराम व बहन सुभद्रा के साथ रथ पर विराजमान होकर नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं। इस रथ को श्रद्धालु बड़े ही उत्साह के साथ खींचते हैं और रथ को नगर भ्रमण करते हुए मौसी बाड़ी ले जाया जाता है। रथयात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति : कोरोना संक्रमण को लेकर इस बार 23 जून को निकलने वाले रथयात्रा पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में नगन्नाथ मंदिर पूजा समिति ने निर्णय लिया है कि रथयात्रा के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन को आवेदन देकर अनुमति मांगी जाएगी। जिला प्रशासन का जो निर्देश होगा उसके अनुरूप कार्य किया जाएगा। वर्तमान में परंपरा के अनुरूप भगवान का पूजा अर्चना किया जा रहा है। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से भी अपील कि है कि वह शारीरिक दूरी का अनुपालन करें। 23 जून को रथयात्रा का दिन निर्धारित है। इस बार मंदिर से रथयात्रा निकलेगी या नहीं यह जिला प्रशासन के निर्देश के बाद ही तय होगा। - मां मानस सुधा कल्याण, साध्वी, जगन्नाथ मंदिर।