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वोट की शक्ति पहचाने, एक वोट ला सकता परिवर्तन

जिले के 1245 मतदान केंद्रों पर 9.12 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें। इसमें हजारों मतदाता ऐसे भी होंगे जो पहली बार मतदान करेंगे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 02:13 PM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2019 02:13 PM (IST)
वोट की शक्ति पहचाने, एक वोट ला सकता परिवर्तन

देवघर : लोकसभा चुनाव को तैयारी जोरों पर है। 19 मई को यहां अंतिम चरण में होने वाले मतदान को शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। वहीं नए मतदाताओं में चुनाव को लेकर उत्साह दिख रहा है।

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जिले के 1245 मतदान केंद्रों पर 9.12 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें। इसमें हजारों मतदाता ऐसे भी होंगे जो पहली बार मतदान करेंगे। ऐसे में न केवल वह मतदान करने के लिए आतुर है बल्कि इस बारे में भी सोच रहे हैं वह जिन प्रतिनिधि को अपने मत से चुनेंगे वह कैसा होना चाहिए। युवा इस बात से भी भलीभांति अवगत है कि वोट की शक्ति क्या है और यह किस तरह से परिवर्तन ला सकता है। युवाओं की मांग है कि सरकार को रोजगार के अवसर अधिक से अधिक विकसित करना चाहिए रोजगार से वंचित युवा मुख्य धारा से विमुख न हो सकें। जागरण ने ऐसे ही युवा मतदाताओं की राय जानी। ऐसे ही एक युवा सोनम कुमार पहली बार अपना मत देने को लेकर उत्साहित हैं। कहते हैं-ऐसा जन प्रतिनिधि हो, जो शिक्षा पर ध्यान दें। खासतौर से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के प्रति ऐसी कोई नीति तैयार की जाए कि उन्हें बगैर किसी व्यवधान के शिक्षा मिलती रही। जब तक समाज के सभी लोगों तक शिक्षा नहीं पहुंचेगी समुचित विकास संभव नहीं है।

वहीं महेश कुमार कहते हैं कि प्रत्याशियों के लिए शैक्षणिक योग्यता निर्धारित होनी चाहिए। शिक्षित जनप्रतिनिधि ही विकास की सही रूपरेखा तैयार कर सकते हैं तथा समाज का सही मायने में विकास कर सकते हैं। ऐसे में सभी को जनप्रतिनिधि के चुनाव को लेकर सतर्क रहना चाहिए।

निरंजन कुमार का कहना कि वोट का महत्व युवाओं को भलीभांति समझ में आना चाहिए। एक वोट से बहुत कुछ बदल सकता है। अपने मताधिकार से ऐसे जनप्रतिनिधियों का चयन कर सकते हैं, जो बेरोजगारी की समस्या का समाधान करे। साथ ही साफ-सुथरी छवि का हो।

साहब कुमार यादव को बेरोजगारी की चिंता सता रही है। कहते हैं कि रोजगार के अभाव में युवाओं को डिग्री लेकर बैठना पड़ रहा है। जनप्रतिनिधि, युवाओं की सबसे बड़ी इस समस्या को समझें तथा उद्योग-धंधों की स्थापना करें। हम ऐसे जनप्रतिनिधि को चुनना पसंद करेंगे जो युवा व आम जनता की परेशानियों को समझे व उसका निदान करे।

सुमित कुमार दुबे का मानना है कि युवा अगर सशक्त होंगे तो समाज व देश तेजी से विकास करेगा। चुनाव के पहले मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया जाएगा। इससे प्रभावित होकर युवा अपने प्रत्याशी का सही चुनाव नहीं कर पाते हैं। इस कारण विकास की परिकल्पना अधूरी रह जाती है। ऐसे जनप्रतिनिधि का चुनाव करें जो आपके हित की सोचे।

राजीव कुमार रावत का कहना है कि युवाओं के लिए बेहतर शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना करने वाला, जनता की सुध लेने वाला ओर विकास कार्यों के लिए सक्रिय व्यक्ति ही हमारा जनप्रतिनिधि हो और ऐसे ही उम्मीदवार जीतने के बाद कार्य करते हैं। सच्चे व ईमानदार व्यक्ति को लोग वोट करें।

रिकू रवानी कहते हैं कि अच्छे उच्च शिक्षण संस्थानों की कमी के कारण युवा अपने शहर से दूसरे शहर के लिए पलायन करते हैं। आर्थिक अभाव में हर छात्र के लिए यह संभव नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में कई छात्रों की प्रतिभाएं दम तोड़ देती है। इस और जनप्रतिनिधियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

प्रियांशु दुबे चाहते हैं कि हमें ऐसे लोगों को चुनें तो देश व राज्य का विकास करें। जिसकी कथनी व करनी में अंतर नहीं हो। ऐसे ही प्रत्याशी को हमें चुनने का काम करना चाहिए। किसी भी देश के विकास में युवाओं की भूमिका अहम होती है। ऐसे में युवा ऐसे ही प्रत्याशी को मतदान करें जो इस ओर ध्यान देने वाला हो।


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