Move to Jagran APP

जियामाता मंदिर पर दावेदारी को आया तीसरा पक्ष

संवाद सूत्र, सारवां (देवघर) : प्रखंड क्षेत्र के जियामाता मंदिर के दावेदारी को लेकर विवाद बढ़

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Jan 2019 08:25 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 08:25 PM (IST)
जियामाता मंदिर पर दावेदारी को आया तीसरा पक्ष
जियामाता मंदिर पर दावेदारी को आया तीसरा पक्ष

संवाद सूत्र, सारवां (देवघर) : प्रखंड क्षेत्र के जियामाता मंदिर के दावेदारी को लेकर विवाद बढ़ते जा रहा है। इसे लेकर दो पक्ष आपस में उलझे थे कि बुधवार को एक तीसरा पक्ष भी दावेदारी को लेकर सामने आ गया। बुधवार कई लोगों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार से मिलकर अपनी दावेदारी को लेकर तर्क दिया और वस्तुस्थिति से अवगत कराया। बताते चलें कि बीते 28 दिसंबर को विवाद बढ़ता देख यहां धारा 144 लगा दिया गया है।

loksabha election banner

बीडीओ से मिलने वालों में वनवरिया घटवाल समाज के कटीचंद्र राय, परमानंद राय, अंतलाल राय, सुकदेव राय, उधो राय, दशरथ राय, कैलाश राय, राम खेलावन राय व चुटो राय के अलावा विशनपुर गढ़ के राजेश कुमार ¨सह शामिल थे। इस दौरान परमानंद राय सहित सभी ग्रामीणों ने कहा कहा अंग्रेजी हुकूमत के समय इस स्थान का नाम जियाथान था तथा जमाबंदी नंबर 68 के दाग नंबर 532 में नौ डीसमील तत्कालीन वनवरिया के घटवाल राम नारायण ¨सह द्वारा जियाथान के पर्चा में लक्खी राय, रामनारायण राय आदि का नाम दर्ज है। पूजा-पाठ की जिम्मेदारी भी इनके ऊपर थी। लेकिन 2010 में जियाखाडा के ग्रामीणों ने लगातार प्रताड़ित कर भगा दिया। इसे संबंध में उस समय अंचल से लेकर जिला तक आवेदन दिया गया, लेकिन न्याय नहीं मिलने के बाद ग्रामीण डर से नहीं जाने लगे। उन लोगों ने बीडीओ से कागजात के साथ पक्ष रखते हुए न्याय की गुहार लगाई।

क्या है मामला : जियामाता मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद गहरा गया है। दोनों पक्ष मंदिर पर स्वामित्व को लेकर बीते 28 दिसंबर को आमने-सामने हो गये थे। इसे लेकर जिले निर्देश पर छह थाना पुलिस के सहयोग से मामला को शांत कराया गया था एवं प्रशिक्षु आइएएस हेमंत सती की अध्यक्षता में प्रखंड कार्यालय में दोनों पक्षों के साथ बैठक कर दोनों पक्षों के मंदिर जाने पर तब तक प्रतिबंध लगा दिया गया है, जब तक कि निर्णय नहीं हो जाता है। साथ ही मंदिर के गेट में ताला लगा दिया गया है। जब तक रैयतों के साथ बैठक कर कोई उचित निर्णय नहीं लिया जाता तब तक मंदिर बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

----------

स्वामित्व को लेकर दो पक्ष आपस में उलझे हुए हैं कि तीसरे पक्ष के लोग भी दस्तावेज के साथ दावेदारी करने लगे हैं। इनका कहना है कि ब्रिटिश हुकूमत के समय से यह पूजा करते आ रहे हैं। जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

विजय कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सारवां

---------

जियामाता मंदिर के दावेदारी को लेकर 28 दिसंबर को विवाद हो गया था। इसे देखते हुए उक्त स्थल पर धारा 144 लगा दिया गया है।

प्रदीप कुमार ¨सह, पुलिस अंचल निरीक्षक, सारवां।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.