लॉकडाउन की आड़ में हो रहा कोयले का काला कारोबार, रात के अंधेरे में बाइक से हो रही ढुलाई Deoghar News
लॉकडाउन की आड़ में क्षेत्र में अवैध कोयला व बालू तस्करी का करोबार करने वालों पर पुलिस प्रतिबंध लगाने के बजाय उससे अवैध वसूली कर उन्हें अवैध करोबार करने में सहयोग कर रही है।
देवघर, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बीते 24 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन है। लॉकडाउन का अनुपालन कराने को लेकर प्रशासन व पुलिस चौकस हे। वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन की आड़ में पुलिस का काला कारनामा भी धड़ल्ले से जारी है। क्षेत्र में अवैध कोयला व बालू तस्करी का करोबार करने वालों पर पुलिस प्रतिबंध लगाने के बजाय उससे अवैध वसूली कर उन्हें अवैध करोबार करने में सहयोग कर रही है।
सारठ-बीरमाटी वाया चितरा, चितरा-जामताड़ा, सारठ-नारगीमोड वाया चितरा आदि पथों से होकर प्रत्येक दिन रात नौ बजे से बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल से अवैध कोयला का आवागमन शुरू हो जाता है। एक-एक मोटरसाइकिल पर चार से पांच क्विंटल कोयला लादा जाता है। जागरण प्रतिनिधि ने जब शनिवार रात इस काले कारोबार का मुआयना किया तो दर्जनों मोटरसाइकिल कोयला ले जाते सारठ-बीरमाटी मुख्य पथ पर मिसराडीह पुल के पास मिले। पूछे जाने पर बताया कि लॉक डाउन में चार-पांच दिन कोयला का करोबार बंद रहा। इसके बाद से फिर कोयला का कारोबार चालू हो गया है।
लोगों ने बताया कि चितरा के बाउरी टोला, भवानीपुर, बरमरियां, बिरमाटी, ठाढी आदि जगहों पर 300 से 400 मोटरसाइकिल चालक कोयला लेते है। लोगों ने बताया कि चितरा थाना के एक चौकीदार द्वारा प्रत्येक मोटरसाइकिल से 150 रुपये वसूला जाता है। उनके साथ एक आदमी और रहता है। उसी ने बताया कि चितरा से जाने के क्रम में सारठ, बजरंगबली चौक के आगे पुलिस पेट्रोलिंग की गाड़ी खड़ी रहती है। इनके द्वारा प्रत्येक मोटरसाइकिल से 100 रुपये वसूला जाता है।
बीरमाटी, बरमसिया आदि जगहों पर कोयला का अवैध डीपू संचालित होने की भी बात कही। कई लोगों का कहना है कि एक तरफ पुलिस लॉकडाउन में सभी को घर में रहने का निर्देश दे रही है। वहीं दूसरी ओर अवैध धंधा करने वालों का सहयोग कर अपनी जेब गरम कर रही है। प्रतिदिन हजारों टन कोयला का अवैध करोबार होता है। इससे सरकार को लाखों रुपये राजस्व का चूना लग रहा है।
बालू की भी हो रही तस्करी : लॉकडाउन के दौरान अजय नदी के डमाकुंडी व अन्य घाटों से अवैध बालू का भी उठाव हो रहा है। इस संबंध में सारठ पुलिस को शिकायत की गई थी। सारठ पुलिस ने दो दिन पहले डमाकुंडी घाट से अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को भी पकड़ा था, लेकिन उसपर कार्रवाई करने के बजाय मोटी रकम वसूल कर छोड़ दिया गया। बीते रात भी उक्त घाट से बालू का उठाव किये जाने की सूचना ग्रामीणों ने दी। ग्रामीणों का कहना है कि ट्रैक्टर में बालू लादकर चालक लाइट बंद कर बहुत दूर तक वाहन ले जाते हैं। जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
इस मामले की जानकारी नहीं है। लॉकडाउन के दौरान अवैध कोयला व बालू खनन बहुत बड़ा अपराध है। इसको गंभीरता से लेते हुये तहकीकात कर समुचित कार्रवाई किया जाएगा। - मंगल सिंह जमुआ, एसडीपीओ, सारठ।