शिक्षक बनने की आड़ में साइबर ठगों की मदद, चोरी-छिपे करता था फर्जी सिम की सप्लाई, कमाए खूब पैसे, हुआ गिरफ्तार
देवीपुर हाई स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। वह शिक्षक की आड़ में साइबर ठगों को सिम सप्लाई करने का काम करता था। फर्जी सिम बेचकर मंजीत ने काफी पैसे भी कमाए थे। पुलिस फिलहाल उससे पूछताछ कर रही है।
कंचन मिश्रा, देवघर। साइबर ठगों को सिम सप्लाई करने के आरोप में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को सोमवार सुबह उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार मंजीत आर्या यहां के नगर थाना क्षेत्र के बिलासी टाउन मोहल्ले में रहता था। उसे मुंबई की साइबर क्राइम सेल की टीम ने देवघर साइबर थाना के सहयोग से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार मंजीत यहां के देवीपुर हाई स्कूल में शिक्षक के पद पर कार्यरत है। शिक्षक की आड़ में वह साइबर ठगों को सिम सप्लाई करने का काम करता था। उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस मंजीत से कर रही है पूछताछ
शुरुआती जांच में पता चला है कि उसे एक आदमी काफी संख्या में फर्जी नाम पता की मदद से सिम उपलब्ध कराता था। मंजीत उक्त सिम को फिर ऊंचे दाम में साइबर ठगों को बेचा करता था। कुछ साइबर आरोपितों को पकड़ने के बाद उनसे पूछताछ की गई, तो मंजीत का नाम सामने आया। उसी आधार पर अब उसे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उससे ये जानने का प्रयास कर रही है कि वह सिम किससे और कैसे लेता था और सिम कहां से आता है। वह सिम कितने में खरीदता था और फिर उसे कितने में बेचता था इसकी भी जानकारी उससे ली जा रही है।
मंजीत से फर्जी सिम बेचकर कमाए काफी पैसे
पता चला है कि फर्जी सिम बेचकर मंजीत ने काफी पैसा कमाया था। उसके साइबर ठगों से लिंक के बारे में भी पूछताछ जारी है। ये भी बताया गया कि उसके एक साथी रेहान रजा खान को साइबर ठगी के मामले में ही काफी पहले रांची सीआइडी की टीम ने साइबर टीम के सहयोग से रांची में पकड़ा था। रेहान को एक मामले में सजा भी हो चुकी है।
जांच के क्रम में मंजीत का नाम सामने आया था, लेकिन आज तक वह बचता आया था। लेकिन इस बार वह पकड़ा गया है। रेहान के बारे में पूछने पर उसने कहा कि उसने बिना वजह उसका नाम लिया है। हालांकि, मंजीत की गिरफ्तारी के बारे में साइबर पुलिस ने फिलहाल आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया है।
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