स्वतंत्रता सैनानी को मिलेगी नई पहचान
देवघर : बिरसा मुंडा संग्रहालय को विकसित करने के लिए देवघर जिले के प्रत्येक प्रखंड से पावन
देवघर : बिरसा मुंडा संग्रहालय को विकसित करने के लिए देवघर जिले के प्रत्येक प्रखंड से पावन मिट्टी को 10 पात्र में अच्छे तरीके से एकत्रित कर समाहरणालय में रखा गया। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने जिले के सभी पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सभी प्रखंड से आई मिट्टी को एक बड़े पात्र में एकत्रित किया। 22 जनवरी को 50 सदस्यों की टीम यह पात्र रांची लेकर जाएगी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य स्तर पर 23 जनवरी को मिट्टी के पात्रों को संग्रहित कर मोहराबादी से पुराना बिरसा मुंडा जेल परिसर तक पदयात्रा करते हुए पहुंचाई जाएगी। सरकार ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित व विकसित कर इससे वर्तमान एवं आने वाली हमारी पीढ़ी को गौरवपूर्ण अतीत से अवगत कराना चाहती है। रांची अवस्थित बिरसा मुंडा जेल को बिरसा संग्रहालय के रूप में विकसित करने के लिए सरकार की ओर से राज्य के सभी गांवों से मिट्टी का संग्रहण कराया जा रहा है। संग्रहालय में क्षेत्रीय विरासत को प्रदर्शित करने वाले दृश्य एवं झारखण्ड के स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियों को अधिष्ठापित करते हुए उनके जीवन व हमारे संस्कृति का प्रदर्शन किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि यदि किसी कारणवश गांवों के स्वतंत्रता सेनानी अथवा वीर शहीदों की पहचान जिला स्तर अथवा राज्य स्तर पर छूट गई हो तो उसे भी सामने लाएं। इसे ग्राम स्तर पर चिह्नित करें, ताकि वीर शहीदों एवं स्वतंत्रता सैनानियों को उनकी पहचान दिलाई जा सके। उप विकास आयुक्त सुशांत गौरव, अपर समाहत्र्ता अंजनी कुमार दुबे, जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार ,जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रवीण प्रकाश, जिला योजना पदाधिकारी राजीव रंजन सिन्हा, जिप उपाध्यक्ष संतोष पासवान एवं अन्य पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।