परिस्थितियों के अनुरूप शिक्षक अपने को करें अपग्रेड
जागरण संवाददाता देवघर लॉकडाउन के दौरान शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को डिजिटल माध्यम से डि
जागरण संवाददाता, देवघर : लॉकडाउन के दौरान शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को डिजिटल माध्यम से डिजी साथ कार्यक्रम के तहत गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए सतत रूप से प्रयासरत रहा है।
बुधवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव राहुल शर्मा के अध्यक्षता में डिजीटल कैपबिलिटी एंड फेसिलिटेसन एंड टीचर प्रोफेशनल डेवलपमेंट कार्यक्रम का वेबिनार के माध्यम से आयोजन किया गया। मौके पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक जटाशंकर चौधरी, राज्य परियोजना निदेशक शैलेन्द्र कुमार चौरसिया व प्राथमिक शिक्षा निदेशक भुवनेश्वर प्रसाद सिंह उपस्थित थे। वेबिनार का संचालन राज्य गुणवत्ता प्रभावी अभिनव कुमार ने किया।
मंच का संचालन कर रहे अभिनव कुमार ने प्रधान सचिव को अवगत करवाया कि कैसे डिजी साथ कार्यक्रम के क्रम में डिजिटल कंटेंट का संकलन एवं सहयोगी संस्थानों के सहयोग से विकसित किया गया।
लॉकडाउन कही न कही शिक्षकों के अंदर निहित प्रतिभाओं को पटल पर लाने में सक्षम रहा। शुरुआती दिनों में राज्य डिजिटल कंटेंट के लिए पूरी तरह से बाह्य श्रोतो पर निर्भर था, लेकिन आज हमारे राज्य के बहुत सारे शिक्षक अपने कौशल का भरपूर उपयोग करते हुए डिजिटल कंटेंट बना रहे हैं, जिससे शिक्षक व विद्यार्थी भी लाभांवित हो रहे है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने कहा कि शिक्षकों को समकालीन परिस्थितियों में हुए बदलावों के अनुरूप अपने आप को अपग्रेड करना होगा। लॉकडाउन में बहुत सारे शिक्षकों ने डिजिटल शिक्षा को प्रभावी एवं सहज बनाने में काफी संघर्ष किया एवं बहुत कुछ सीखा भी लेकिन वह पर्याप्त एवं व्यवस्थित नही था।
राज्य के सभी शिक्षकों को डिजिटल फेसिलिटेशन स्किल एंड फेसिलिटिग रिमोट लर्निंग'' पर क्षमतावर्द्धन हेतु गूगल इंडिया ने पीरामल फाउंडेशन के समन्वय के साथ जिले के सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उपर्युक्त वर्चुअल प्रशिक्षण के प्रशिक्षण पर किसी भी प्रकार का वित्तीय भार राज्य, जिला अथवा प्रखंड स्तर पर विभाग पर नही होगा 7 इस प्रशिक्षण की रुपरेखा जिले के द्वारा पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से विकसित करना है एवं राज्य परियोजना कार्यालय को प्रेषित करना है।
शिक्षकों को दीक्षा से इस प्रशिक्षण से जोड़कर देखना चाहिए क्योंकि वर्चुअल प्रशिक्षण में उन्हें सारे मोड्यूल दीक्षा एप पर उपलब्ध होंगे। पीरामल फाउंडेशन के सेंट्रल कोर टीम मेम्बर श्री कार्तिक वर्मा ने डिजिटल फेसिलिटेशन स्किल के बारे में विस्तार से प्रेजेंटेशन दिया। माध्यमिक शिक्षा निदेशक जटाशंकर चौधरी ने जहां माध्यमिक शिक्षकों को भी डिजिटल फेसिलिटेशन स्किल को समृद्ध करने हेतु प्रेरित किया वही प्राथमिक शिक्षा निदेशक भुवनेश्वर प्रसाद सिंह ने प्रखंड स्तरीय वेबिनार के माध्यम से सभी शिक्षकों को आच्छादित करने पर बल दिया।
राज्य परियोजना निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि हमें सतत एवं सामूहिक रूप से विद्यार्थियों के जीवन में शैक्षिक बदलाव लाने हेतु प्रयास करना चाहिए।
मौके पर पीरामल फाउंडेशन के अश्विनी कुमार तिवारी, कबिता मिश्रा, कृतिवास कुमार, दीक्षा के राकेश ठक्कर आदि उपस्थित थे।