विभाग ने सौ व्यवसायियों को लेखा-जोखा नहीं देने पर भेजा नोटिस
बोकारो : जीएसटी लागू होने के बाद से व्यवसायियों द्वारा की जाने वाली हेराफेरी रोकने के
बोकारो :
जीएसटी लागू होने के बाद से व्यवसायियों द्वारा की जाने वाली हेराफेरी रोकने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। बावजूद इसके जिले के बहुत से निबंधित व्यवसायी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे। राज्यकर विभाग द्वारा इस तरह से व्यवसायियों पर लगाम लगाने की तैयारी की जा रही है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार विभाग ने सौ से अधिक व्यवसायियों को अपने व्यवसाय का लेखा-जोखा नहीं देने पर उनको समरी असेसमेंट और आर्डर का नोटिस भेजा है। जिले में कुल 5818 व्यवसायी निबंधित हैं। जिनमें बहुत से व्यवसायियों ने जीसएटी लागू होने के बाद से ही न तो जीएसटीआर-3 बी भरा और न ही जीएसटीआर-1 इसके अलावा होने वाले व्यवसाय का कोई विवरण हीं दिया है। जबकि विभाग के पास इस बात की पूरी जानकारी है कि व्यवसायियों द्वारा लगातार कारोबार किया जा रहा है।
व्यवसायियों के कारोबार का सारा विवरण ऑनलाइन दिख रहा है। विभाग द्वारा असेसमेंट या आर्डर की प्रक्रिया करने पर व्यवसायियों को भारी आर्थिक क्षति के साथ दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। व्यवसायियों को आईटीसी के आधार पर टैक्स की लॉयबलिटी बनाकर व्यवसायियों पर जुर्माना किया जाएगा। वहीं विभाग के पदाधिकारियों का कहना है कि व्यवसायियों सारे काम ऑनलाइन होने हैं। क्रेता-विक्रेता दोनों का विवरण ऑनलाइन दिखता है। अगर क्रेता ने ब्योरा नहीं दिया तो विक्रेता को रिटर्न का फायदा नहीं मिलेगा या विक्रेता ने कई गड़बड़ी की तो क्रेता को परेशानी होगी। विभाग ने सभी व्यवसायियों को दो बार नोटिस पहले भी भेज चुका है।