झारखंड में आंदोलनरत दो और पारा शिक्षकों की मौत, अब तक पांच की गई जान
Death of Para Teachers. पारा शिक्षकों के आंदोलन शुरू होने के बाद से अब तक झारखंड में पांच पारा शिक्षकों की जान जा चुकी है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, देवघर। स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर हड़ताल पर चल रहे देवघर (झारखंड) के सारठ में पारा शिक्षक उज्ज्वल राय और गढ़वा के रंका में पारा शिक्षक उदय पांडेय की मौत सोमवार को हो गई। पारा शिक्षकों के आंदोलन शुरू होने के बाद से अब तक राज्य भर में पांच पारा शिक्षकों की जान जा चुकी है।
उज्ज्वल राय (52) को रांची में राज्य स्थापना दिवस पर विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की लाठियों से सिर में गंभीर चोट लगी थी, जिसके बाद उनकी तबीयत लगातार खराब चल रही थी, तीन दिन पहले ही वे बेंगलुरु से इलाज कराकर वापस लौटे थे। वह उत्क्रमित मध्य विद्यालय बस्की में कार्यरत थे।
परिजनों के मुताबिक, घायलावस्था में रांची से आने के बाद उनकी तबियत बिगड़ती चली गई। उन्हें रांची में न्यूरो चिकित्सक डॉ. केके सिन्हा को दिखाया गया था। उनकी सलाह पर बेंगलुरु ले जाया गया था। तीन दिन पहले बेंगलुरु से घर आए थे। अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी मौत से गुस्साए परिजनों ने 25 लाख रुपये मुआवजा और आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग की।
वहीं, गढ़वा के रंका के पारा शिक्षक उदय पांडेय की मौत ब्रेन हेमरेज के कारण हो गई। वह उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय तेनुडीह में पारा शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। आंदोलन के बाद से हड़ताल पर थे।