देवघर में ट्रक की चपेट में आने से कबड्डी के राष्ट्रीय खिलाड़ी विकेश की मौत
Vikesh. झारखंड के देवघर में ट्रक से कुचलकर कबड्डी में राष्ट्रीय खिलाड़ी विकेश की मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
देवघर, जागरण संवाददाता। ट्रक से कुचलकर कबड्डी में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके देवघर के होनहार खिलाड़ी कुंडा मोड़, चरकीपहाड़ी मोहल्ला निवासी विकेश कुमार (22)की मौत हो गई। घटना मंगलवार सुबह की है। जब वह अपनी बाइक से किसी परिचित से मिलने चौपामोड़ स्थित जैप-5 जा रहा था। इसी क्रम में नगर थाना क्षेत्र स्थित बाजार समिति के समीप ट्रक ने कुचल दिया। ट्रक काफी दूर तक उसे घसीटते हुए ले गया। घटना में गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। बाद में कुंडा थाना व नगर थाना पुलिस शव को सदर अस्पताल ले गयी।
घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए। देखते ही देखते घटनास्थल पर जाम का नजारा बन गया। हालांकि इस दौरान वाहनों की आवाजाही पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई।लेकिन घटना को लेकर लोग काफी आक्रोशित हो गए। नो इंट्री होने के बाद भी ट्रक के प्रवेश करने को लेकर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर आक्रोश व्यक्त किया। वहीं कुछ लोगों ने आक्रोश में आकर ट्रक का शीशा तोड़ दिया।
जानें, कैसे हुआ हादसा
प्रत्यदर्शियों के अनुसार, वह शहीद आश्रम मोड़ से निकल कर जैप-पांच की ओर जा रहा था। बाजार समिति के समीप ट्रक से आगे निकलने का प्रयास कर रहा था। इसी क्रम में ट्रक चालक ने बिना कुछ देखे दाहिनी ओर मोड़ दिया। इससे उसका बाइक ट्रक के चपेट में आ गया। चालक ट्रक रोकने की बजाय उसे घसीटते हुए कुछ दूर तक ले गया।
तीन बार राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हो चुका था शामिल
विकेश कबड्डी का होनाहार खिलाड़ी था। वह लगभग तीन बार राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी प्रतियोगिता में अपना पहचान बना चुका था। इसके अलावा वह 10 से अधिक बार राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में अपना दमखम दिखा चुका था। इसी आधार पर उसने राष्ट्रीय स्तर पर होने पर कबड्डी प्रो में शामिल होने के लिए ट्रायल दिया था। हालांकि वह सफल नहीं हो सका।
नौकरी की तलाश में भटक रहा था
आर्थिक तंगी की वजह से उसे प्रतियोगिता में भाग लेने में कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। इसी वजह से अपने लक्ष्य को पाने के लिए नौकरी करना चाहता था। इसी को लेकर वह राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने से मना कर दिया। उसने कबड्डी संघ के सचिव को अपनी मजबूरी बताया। उसने कहा था कि वह पुलिस की बहाली में शामिल होने के लिए बोकारो जाना चाहता है। इसके लिए कुछ पैसे की जुगाड़ में लगा है। इसी सिलसिले में वह अपने दोस्त के साथ जैप-5 जा रहा था लेकिन दोस्त ने बाद में आने की बात कहने पर वह अकेले ही जाने लगा।
वह काफी प्रतिभावान खिलाड़ी था। तीन बार राष्ट्रीय व 10 से अधिक बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल हो चुका था। आर्थिक तंगी की वजह से वह नौकरी की तलाश में भटक रहा था। नौकरी मिल जाती तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
-राम प्रवेश सिंह, सचिव जिला कबड्डी संघ, देवघर।