झारखंड के देवघर में जमीन विवाद में बमबारी, किशोर की मौत; एक घायल
Bomb Blast in Jharkhand. झारखंड के देवघर में जमीन विवाद में बमबारी का मामला सामने आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संवाद सहयोगी, मोहनपुर (देवघर)। अवैध जमीन का कारोबार का विरोध करना रिखिया थाना क्षेत्र के अमगड़िया निवासी नारायण महथा व उनके परिवार को महंगा पड़ा। शुक्रवार रात करीब दो बजे चार की संख्या में पहुंचे अपराधियों ने एक के बाद एक तीन बमों से हमला कर दिया। हालांकि बमों के प्रहार में नारायण तो बच गए, लेकिन नाना को बचाने आया नाती अमगड़िया निवासी झलकू महथा का पुत्र भागीरथ महथा (14) की मौत हो गई। वहीं, बम से नारायण भी आंशिक रूप से जख्मी हो गए। अपने प्रयास में असफल होने के बाद अपराधी धमकी देते हुए घटनास्थल से फरार हो गए।
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। बाद में रिखिया थाना प्रभारी संतोष झा, एसआइ एसपी सिंह, एएसआइ केपी मंडल, धनजंय मिश्रा व कृष्णा पाहन सहित सरासनी पंचायत के मुखिया अरम पासवान, ताराबाद पंचायत के मुखिया राजेन्द्र भोक्ता व नया चितकाठ पंचायत के मुखिया अनिल साह सहित अन्य पुलिस अधिकारी व जवान मौके पर पहुंचे। नारायण के बयान पर मामला दर्ज करते हुए घटना में शामिल राजेन्द्र महथा व प्रेम झा को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में संलिप्त अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
झांड़-फूंक कराने के बहाने पहुंचे थे अपराधी
बताया जाता है कि नारायण गांव में झांड़-फूंक का काम करता है। घटना की रात चार की संख्या में अपराधी उनके घर पहुंचे। अपराधियों ने घर का दरवाजा खटखटाया। उसकी पत्नी ने दरवाजा खोला। इसमें से एक अपराधी की पहचान राजेन्द्र महथा के रूप में की गई बाकि अन्य अपराधियों को नहीं पहचाना जा सका। अपराधियों ने झांड़-फूंक कराने की बात कहते हुए घर के अंदर प्रवेश कर गए। अंदर पहुंचते ही नारायण को खोजने लगे। जैसे ही अपराधियों की नजर उसपर पड़ी। बम से उसपर हमला कर दिया गया। हालांकि बम उसे नहीं लगा। पास में खिड़की से टकरा कर विस्फोट कर गया। इसी बीच परिवार के अन्य सदस्य भी उस कमरे में पहुंच गए। जिसमें उसका नाती भागीरथ महथा भी शामिल था। नाती अपने नाना को बचाने का प्रयास कर ही रहा था कि अपराधियों ने बम से दूसरा हमला कर दिया। बम भागीरथ के पीठ पर लगी। इससे उसके पीठ पर गहरा जख्म हो गया। परिवार के सदस्यों ने जब हो हल्ला करना शुरू कर दिया तो अपराधियों ने दरवाजा पर बम विस्फोट कर वहां से फरार हो गए।
जमीन का अवैध कारोबार का नारायण ने किया था विरोध
थाना में दर्ज मामले में नारायण का कहना कि तीन पूर्व जमीन को लेकर विवाद हुआ था। इसको लेकर थाना में मामला भी दर्ज कराया गया था। हालांकि मामले में सुलह-समझौता कर लिया गया था। चार दिन अमगड़िया गांव के राजेन्द्र महथा व प्रेम झा बाइक से लकड़ीगंज पहुंचे। जहां प्रेम झा अपना नया घर बना रहा था। दोनों मीडिया फाउंडेशन अंकित बाइक से वहां पहुंचे थे। यहां दोनों ने नारायण को जमीन कारोबार में रोड़ा नहीं बनने की चेतावनी देते हुए उड़ा देने की धमकी दिया था। इसे उसने हल्के में लिया था।
गांव में पसरा सन्नाटा
घटना के बाद में पूरे गांव में मातम छा गया है। वहीं मृतक के घर में चारों ओर चिख-पुकार मचा हुआ है। मृतक की मां व नानी का रो-रोकर हालत बुरा हो रहा है। मृतक के शव से लिपट कर दहाड़ मारकर रोए जा रही है। परिजन के रूदन को देखते हुए ग्रामीण भी अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे। मृतक नाना के घर में रहकर पढ़ाई कर रहा था, जबकि उसका घर पास है था लेकिन नाना-नाती से ज्यादा लगाव होने की वजह से उसका अधिकांश समय यहां ही गुजरता था।
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