deoghar news पुलिस से बचने के लिए मिट्टी के अंदर घुस गया साइबर ठग
देवघर पुलिस डाल-डाल तो साइबर ठग पात-पात की कहावत के तर्ज पर ठगी की घटना को अंजाम दे रहा है। हालांकि पुलिस कार्रवाई शुरू होने से साइबर ठगों के मनोबल में काफी कमी आई है। पुलिस से बचने के लिए ठग जंगल पहाड़ खेत खलिहान तक का सहारा लेता है।
जागरण संवाददाता, देवघर : साइबर ठग और पुलिस के बीच चूहे बिल्ली का खेल जारी है। आए दिन पुलिस साइबर ठगों की गिरफ्तारी करते हैं बावजूद ये ठग अपनी हरकतों से बाज नहीं आता। हालांकि पुलिस की कार्रवाई का असर यह है कि साइबर अपराधी भागे-भागे फिर रहे हैं। अब ये ठग ठगी की घटना को खूलेआम के बजाए दूर जंगल में छिपकर कर रहे हैं।
पिछले दिनों साइबर थाने की पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि जिले के सारठ के झगराही गांव के समीप जंगली इलाके में कुछ साइबर ठग बैठकर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। जब पुलिस वहां छापेमारी को पहुंची तो वहां मौजूद ठग तेजी से भाग निकले। इस दौरान पुलिस ने देखा कि एक युवक भागा तो लेकिन अचानक ही गायब हो गया। पुलिस की समझ में नहीं आया कि आखिर वह कहां गया तो कहां।
पुलिस उसे ढुंढ़ ही रही थी कि एक सिपाही की नजर खेत में पड़ी की गिली मिट्टी के अंदर पड़ी जहां काले रंग का कपड़ा निकलता हुआ दिखाई दे रहा था। पास जाकर देखा तो वह हैरान रह गया। जिस साइबर ठग युगल मंडल को पुलिस तलाश रही थी वह उनसे बचने के लिए खेती की गिली मिट्टी के अंदर घुस गया था। उसने अपना सिर, चेहरा और पूरा शरीर मिट्टी के अंदर डाल दिया था। पुलिस ने युगल के साथ ही उसके दो साथियों को मौके से धर दबोचा।
जंगल में साइबर ठगों को पकड़ना आसान नहीं होता
जंगल में साइबर ठगों को पकड़ना आसान नहीं होता। इस बारे में साइबर डीएसपी ने बताया कि खुले में साइबर ठगों को पकड़ने के लिए ज्यादा पुलिस कर्मियों की जरूरत पड़ती है।
कई बार जंगल, झाडियों और खेत के बीच से ये ठग भाग निकलने में कामयाब हो जाते हैं। इतना ही नहीं सबूत को मिटाने के ख्याल से ये ठग अपना मोबाइल भी झाडियों और खेतों के बीच फेंक देता है। उसे खोज निकलना भी साइबर पुलिस के लिए आसान नहीं होता। उन्होंने बताया कि ये अभियान आगे भी इसी तरह से जारी रहेगा।