सेवानिवृत्त वायु सैनिक की हत्या कर घर में डकैती, जसीडीह स्तब्ध Deoghar News
गोविंद सिंह 1981 में वायु सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। इतनाी उम्र हो जाने के बाद भी पूरी तरह से फिट और जिंदादिल इंसान थे। उनकी हत्या की सूचना पाकर परिवार व जानने वाले स्तब्ध हैं।
देवघर, जेएनएन। डकैती के दाैरान अपराधियों ने एक सेवानिवृत्त वायु सैनिक की हत्या कर दी है। डकैतों ने इस दुहसाहसिक घटना को शुक्रवार की रात देवघर जिले के जसीडीह थाना से महज 400 मीटर की दूरी पर अंजाम दिया है। इस घटना के बाद जसीडीह में दहशत और पुलिस के प्रति आक्रोश का आलम है। सेवानिवृत्त वायु सैनिक का पुत्र शनिवार सुबह अपने निर्माणाधीन घर पहुंचा तो देखा कि उसके 81 वर्षीय पिता गोविंद सिंह का शव पड़ा हुआ है।
देवघर जिले के जसीडीह थाना अंतर्गत उद्योग विभाग के कार्यालय के पास रहने वाले एक सेवानिवृत्त फौजी की शुक्रवार देर रात हत्या कर दी गई। मृतक 81 वर्षीय गोविंद सिंह इन दिनों निर्माणाधीन मकान में अकेले ही रहते थे। मकान में निर्माण का कार्य चलने के कारण परिवार के अन्य सदस्य देवघर के पुरन दाहा मोहल्ले में रह रहे हैं । उनका बेटा मुकुल उर्फ सुदामा हर दिन की तरह शनिवार सुबह चाय-नाश्ता लेकर अपने पिता के पास पहुंचा तो पाया कि सामने का दरवाजा खुला हुआ है। अंदर जाकर देखा तो कमरे में रखा ट्रंक का ताला टूटा हुआ था और सामान बिखरा था। पीछे बन रहे नए कमरे में पिता का शव देखकर वह हैरान रह गया। पिता के सिर पर किसी ने पीछे से वार किया जिस कारण नाक और मुंह से काफी खून निकला है। लॉकडाउन के दाैरान डकैतों ने गोविंद सिंह के घर में प्रवेश किया। माना जा रहा है कि विरोध करने पर डकैतों ने उनकी हत्या कर दी।
हैरान करने वाली बात यह है कि जिस जगह यह घटना हुई है वह जसीडीह थाने से महज 400 मीटर की दूरी पर है। सूचना मिलने पर पुलिस ने आकर मामले की छानबीन की । बेटे के मुताबिक अपराधी 40 हजार नकद व अन्य सामान लूट कर ले गए । लूटे गए सामानों का आकलन किया जा रहा है । गोविंद सिंह मूल रूप से बिहार के नालंदा जिला अंतर्गत हरनौत थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। 2005 में वे परिवार के साथ देवघर में आकर बस गए। जसीडीह में घर बनाया। इसी घर का आगे का निर्माण कार्य वे अपनी देखरेख में करा रहे थे । गोविंद सिंह 1981 में वायु सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। इतनी उम्र हो जाने के बाद भी पूरी तरह से फिट और जिंदादिल इंसान थे। उनकी हत्या की सूचना पाकर परिवार व जानने वाले स्तब्ध हैं।