कर्ज की राशि पर कमीशनखोरी का दाग
झारखंड स्टेट लाइवलीवुड प्रोमोशन सोसायटी के माध्यम से चल रही योजनाओं में महिला समूहों को मिलनेवाले कर्ज में कमीशनखोरी की बात सामने आई है। कर्ज वसूली के समय महिलाओं को पता चला कि उनके ऊपर हजारों का कर्ज है।
संवाद सहयोगी, मोहनपुर: झारखंड स्टेट लाइवलीवुड प्रोमोशन सोसायटी के माध्यम से चल रही महत्वाकांक्षी योजनाओं में महिला स्वयं सहायता समूहों को ऋण देने के नाम कमीशनखोरी का मामला सामने आया है। इसका खुलासा सोमवार को उस वक्त हुआ जब प्रखंड के तिलैया मंझीयान गांव में महिला समूहों को दिए गए ऋण की वसूली करने एसबीआइ सिरसा नूनथर के शाखा प्रबंधक गांव पहुंचे।
शाखा प्रबंधक यह जानकर चकित रहे गए कि यहां गठित महिला समूह की महिलाओं को ऋण के बारे में कोई जानकारी तक नहीं है। ऋण की जानकारी समूह से जुड़ी सिर्फ दो वैसी महिलाओं को है जिसकी सांठगांठ सोसाइटी के पदाधिकारियों से है।
जब इसकी सूचना मोहनपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार को मिली तो वे भी गांव पहुंचे और समूह से जुड़ी महिलाओं से पूछताछ की। पूछताछ के क्रम में पता चला कि गांव में संचालित पांच महिला समूह शिव माता, गुरुमाता, शिवजी, सरस्वती और सूर्यमुखी स्वयं सहायता समूह को सिरसा नूनथर एसबीआइ बैंक से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए एक-एक लाख रुपए का ऋण दिया गया है, लेकिन ऋण की राशि महिलाओं के बीच वितरित नहीं होकर कमीशन की भेंट चढ़ गई।
एक लाख में 30 हजार से 50 हजार रुपए तक कमीशन वसूला गया है। समूह से जुड़ी महिला ललिता देवी, पबनी देवी, रीना देवी व गूंजा देवी ने पूछने पर बताया कि ऋण की राशि का कमीशन सोसायटी में कार्यरत कर्मी गौतम कुमार मंडल को दिया गया है। जब बीडीओ ने गौतम से पूछताछ की तो कहा कि वह राशि बीपीएम दिव्या सिन्हा के निर्देश पर लिया गया है और वसूली गई राशि भी दिव्या सिन्हा को ही दी गई है।
बीडीओ ने कहा कि बीपीएम दिव्या सिन्हा सहित इस में सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उपायुक्त को लिखा जाएगा।
बीपीएल दिव्या सिन्हा से इस बावत उनका पक्ष लिया गया तो उन्होंने कहा कि पैसे वसूली की बात जैसे ही उनके सामने आई वैसे ही उन्होंने सीसी गौतम कुमार मंडल से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने इस बात से साफ इन्कार किया है कि किसी तरह की राशि उन्होंने ली है। कहा कि उन पर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है।