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मातृ मंदिर बालिका उवि में शुरू होगी सीबीएसई की पढ़ाई

आरसी सिन्हा देवघर हेमंत सोरेन सरकार के एक साल पूरा होने पर सुशिक्षित समाज की दिशा

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Dec 2020 11:36 PM (IST)Updated: Wed, 23 Dec 2020 11:36 PM (IST)
मातृ मंदिर बालिका उवि में शुरू होगी सीबीएसई की पढ़ाई
मातृ मंदिर बालिका उवि में शुरू होगी सीबीएसई की पढ़ाई

आरसी सिन्हा, देवघर

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हेमंत सोरेन सरकार के एक साल पूरा होने पर सुशिक्षित समाज की दिशा में एक ठोस पहल की जा रही है। सूबे के 80 स्कूल को आदर्श स्कूल बनाते हुए वहां सीबीएसई पाठयक्रम लागू किया जाएगा। इसके लिए सरकार सभी सरकारी स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता दिलाएगी। देवघर के भी तीन स्कूल का चयन किया गया है। आरएल सर्राफ उच्च विद्यालय, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय देवघर और मातृ मंदिर बालिका उवि को सूचीबद्ध् किया गया है। प्रथम चरण में 25 स्कूल में सीबीएसई सिस्टम लागू होगा। सरकार के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में 29 दिसंबर को ऑनलाइन शुभारंभ किया जा सकता है। इसके बाद इन चयनित स्कूलों को अपग्रेड करने व सीबीएसई के मानक के अनुकूल बनाने की दिशा में बजट का प्रावधान किया जाएगा। देवघर के तीन स्कूल में प्रथम चरण में मातृ मंदिर बालिका उच्च विद्यालय का चयन किया गया है। समग्र शिक्षा अभियान की जिला इकाई की ओर से मंगलवार को स्कूल का मुआयना किया गया। बुधवार को झारखंड शिक्षा परियोजना को यह रिपोर्ट भेजी जा रही है।

तकरीबन 3 एकड़ परिसर में है मातृ मंदिर : शिवगंगा तट के उत्तर दिशा में मातृ मंदिर स्कूल है। सरकार ने इस स्कूल का चयन मॉडल स्कूल के रूप में किया है। यह तकरीबन तीन एकड़ में है। एक भवन दो मंजिला है। दो और भवन बने हुए हैं। अभी 14 कमरे है। कहने को शौचालय की पांच यूनिट है। बात उसकी उपयोगिता की करें तो दो उपयोग में आ रहा है। एक कंप्यूटर लैब और एक प्रयोगशाला भी है।

517 छात्राएं नामांकित : स्कूल में 517 छात्राएं नामांकित हैं। जो कक्षा नवमी एवं दसवीं में अध्ययनरत है। स्कूल में शिक्षक व अन्य पद के स्थापना की बात हो तो यहां 11 शिक्षक एवं 1 प्रधानाध्यापक का पद स्वीकृत है। संप्रति 8 शिक्षक हैं। गणित, इतिहास, संस्कृत के शिक्षक नहीं हैं। इन सबकी सूची बनाकर दी गई है। आवश्यकताओं का आकलन किया जा रहा है।

शिक्षा परियोजना से मांगा गया प्रस्ताव : समग्र शिक्षा अभियान देवघर के कनीय अभियंता अजित कुमार राजहंस ने कहा कि मंगलवार को मातृ मंदिर स्कूल का निरीक्षण किया गया है। झारखंड शिक्षा परियोजना से रिपोर्ट मांगी गई है। अभी केवल एक ही स्कूल का प्रस्ताव मांगा गया है। ऐसे तीन स्कूल का चयन मॉडल स्कूल के लिए किया गया है। परियोजना को यहां का वर्तमान रिपोर्ट कॉर्ड बनाकर भेजा जा रहा है। संभावना है कि 29 दिसंबर को राज्य के 25 स्कूल के नाम की घोषणा में देवघर का नाम लिया जाएगा। इसलिए यह रिपोर्ट मांगी गई है। मातृ मंदिर बालिक उवि का चयन मॉडल स्कूल के लिए किया गया है। यह बालिका शिक्षा के लिए खुशी की बात है। स्कूल को उसी अनुरूप सरकार बनाएगी। और यहां सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई होगी। समग्र शिक्षा अभियान के अभियंता ने स्कूल की वर्तमान स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट तैयार की है। उनको सारी जानकारी दी गई है।

विशु किरण, प्रभारी प्राचार्य मातृ मंदिर उवि।


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