पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी बोले, सत्ता में आने पर सबसे पहले कौशल विकास की कराएंगे जांच
झारखंंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद महागठबंधन से देश का प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री तय होगा।
जागरण संवाददाता, देवघर। झारखंड में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष एकजुट है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री सह झारखंंड विकास मोर्चा (झाविमो) सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी संताल परगना के दौरे पर हैं। यहां वे पार्टी कार्यकर्ताओं को सरकार को घेरने के टिप्स दे रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए बाबूलाल ने सरकार पर कई हमले किए। यह भी कहा कि चुनाव परिणाम के बाद महागठबंधन से देश का प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री तय होगा। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार कौशल विकास के नाम पर अनाप-शनाप खर्च कर रही है, लेकिन इसकी सीबीआई जांच हो तो हकीकत सामने आ जाएगी। कहा कि हमारी सरकार बनी तो इसकी जांच कराएंगे।
मरांडी ने केंद्र व राज्य सरकार की आलोचना करते कहा कि जनता से किए गए वायदे पूरे नहीं हुए हैं। उल्टे बार बार अध्यादेश लाकर जमीन अधिग्रहण में संशोधन के मसले पर चोट खा रही सरकार ने झारखंड में वही करवा दिया, जो वह चाहती थी। कल तक गैर मजरूआ जमाबंदी जमीन उसी गांव के लोगों को बंदोबस्त होती थी, लेकिन अब कॉरपोरेट घरानों व बिल्डरों को जमीन दी जा रही है।
सीएनटी-एसपीटी में भी खाए पैसे
बाबूलाल ने कहा कि ऐसी सूचना मिली है कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन को मंत्री की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने भी 400 करोड़ की दलाली की है। सूचना मिली है कि देवघर में राज्य पथ परिवहन की जमीन का एक हिस्सा संताल परगना प्रमंडल के दागी आयुक्त ने बिल्डरों के नाम कर दिया है। आजादी के बाद से आज तक 30 लाख एकड़ जमीन की बंदोबस्ती सरकार ने विकास के नाम पर कर दिया है। इससे विस्थापित परिवार आज भी न्याय के लिए भटक रहे हैं। सरकार उनको न्याय देने के बजाय कंपनियों को जमीन दे रही है। झाविमो सुप्रीमो ने सरकार को चेताते हुए कहा कि वह भूमि अधिग्रहण बिल को वापस ले, अन्यथा आंदोलन और तेज होगा। परिसदन में पार्टी कार्यकर्ताओं संग राय मशविरा भी की गई।
मौके पर जिलाध्यक्ष नागेश्वर सिंह, दिनेश मंडल, विनोद वर्मा, डॉ. सिराज अंसारी, रवि रंजन, राकेश जयसवाल, साहिल कुमार, पंचानन रजक, अलमिना मुर्मू, चंद्रशेखर रजक, किशोर यादव समेत अन्य उपस्थित थे।