भक्तों के दीयों से रोशन हुआ भोलेनाथ का आंगन
जागरण संवाददाता, देवघर : आध्यात्मिक नगरी में रहने वाले लोगों की आस्था बाबा बैद्यनाथ मंदिर स
जागरण संवाददाता, देवघर : आध्यात्मिक नगरी में रहने वाले लोगों की आस्था बाबा बैद्यनाथ मंदिर से जुड़ी है। यही कारण है कि बाबा मंदिर से ही हर पर्व-त्योहार की शुरूआत होती है। दीपावली के अवसर पर बुधवार दोपहर बाद से दीया जलाने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह रात आठ बजे तक अनवरत चलता रहा। सवा दो लाख से अधिक दीया भक्तों ने जलाया। घी के दीया से भोलेनाथ का आंगन जगमग हो गया। आध्यात्म की लौ पूरी रात जलती रही। हर घर से महिलाएं मंदिर पहुंची थी। बाबा को दीया दिखाकर सुख समृद्धि की कामना कर रही थी। कई घरों से तो पूरा परिवार बाबा के दरबार में आए। आस्था ऐसी है कि जब तक बाबा दरबार में दीया नहीं जलाएंगे तब तक घर का दीया नहीं जलेगा। भक्तों के आने व जाने का सिलसिला अनवरत जारी रहा। पूरा आंगन व उसमें स्थापित 22 मंदिर का बरामदा दीया की लौ से रोशन था। इसी बीच बाबा का श्रृंगार हुआ। पहले मां काली का श्रृंगार हुआ उसके बाद भोलेनाथ का। इसके बाद लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। रंगबिरंगी आतिशबाजी से समूचा आकाश सतरंगी रोशनी से सराबोर हो गया। पटाखों की गूंज सुनाई देती रही। इससे पहले शाम में भीतरखंड, घड़ीदार घर, भैया दलान, बंगला पर, हृदयपीठ, भैरवघाट, दक्षिण मशान, शिवगंगा स्थित शमशान, विलासी, हदहदिया चौक समिति द्वारा मां काली की प्रतिमा का विसर्जन किया गया।