स्वस्थ प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ें
एवं वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना के तहत ग्रामसभाएं शुरू हो गई है। ग्रामसभाओं के दौरान शारीरिक दूरी का पालन सख्ती से करवाया जा रहा है। कहा कि सरकार की ओर से रोजगारसृजन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करने के मद्देनजर शुरू की गई तीनों योजनाओं के लिए जिले में लक्ष्य तय कर लिया गया है और इसके लिए ब्लूप्रिट तैयार हो चुका है।
जागरण संवाददाता, देवघर : डीडीसी शैलेंद्र कुमार लाल ने मंगलवार को सभी पंचायतों के मुखिया से ऑडियो संवाद किया। संवाद में मुखिया एवं पंचायत प्रतिनिधियों से लॉकडाउन से उबरने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने पर विमर्श किया। संवाद में बाहर से आनेवाले मजदूरों के रखने और उनकी देखभाल पर गंभीरता से चर्चा की गई। बाहर से आने वाले मजदूरों को होम क्वारंटाइन में रखने व स्वस्थ्य प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ने की बात कही गई।
डीडीसी ने कहा कि लॉकडाउन से उबरने के लिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देना आवश्यक है। मनरेगा इसके लिए अहम हथियार बन रहा है। मनरेगा से जुड़कर काम करनेवाले मजदूरों को अविलंब जॉब कार्ड ही नहीं, बल्कि काम करने के बाद जॉब कार्ड में मास्टर रोल भरने के पांच दिनों के अंदर भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। कहा कि देवघर जिला में लॉकडाउन की वजह से तकरीबन 24000 अप्रवासी मजदूरों के आने की संभावना है। प्रशासन की ओर से इनकी भी मैपिग कराई जाएगी।
एक मुखिया के सवाल पर डीडीसी ने कहा कि बाहर से आने वाले मजदूरों को अब भवनों में होम क्वारंटाइन की व्यवस्था हो रही है। यहां मजदूरों की देखभाल की जिम्मेवारी मुखिया पर होगी। कोई भी संदिग्ध व्यक्ति को जरूरत पड़ते ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजने की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होगी ताकि देवघर जिला कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बच सके।
डीडीसी ने 15 वित्त आयोग से देवघर जिला के लिए 300 करोड़ रुपये की मांग सरकार से करने की जानकारी देते हुए कहा कि सभी पंचायत के मुखिया अपना खाता खुलवा कर दो दिनों में इसकी सूचना दें। मुखिया सुलेखा देवी ने संवाद के दौरान पंचायत में चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी। तकरीबन एक घंटे के संवाद में कई मुखिया ने अपनी बातों को रखा और कहा कि विपदा के इस बेला में प्रशासन की ओर से हो रहे प्रयासों को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए धरातल पर उतारा जाएगा। संवाद में पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर सिंह, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण निदेशक नयनतारा केरकेट्टा तथा सभी प्रखंडों के बीडीओ भी शामिल हुए। --------------------
सभी पंचायतों में मनरेगा से काम शुरू
संवाद खत्म करने के बाद डीडीसी शैलेंद्र कुमार लाल ने कहा कि देवघर में 194 पंचायत है और सभी पंचायतों में मनरेगा से काम प्रारंभ हो चुका है। कहा कि लॉकडाउन में मिली छूट के बाद जिले में पहले दिन पांच मजदूरों से काम की शुरूआत हुई थी लेकिन अब मजदूरों के काम करने की औसत संख्या 86 हो गई है। कहा कि जिले में 134167 जॉबकार्डधारी मजदूर हैं जिसमें क्रियाशील मजदूरों की संख्या 16729 है।
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नई योजनाओं के लिए हो रही ग्राम सभाएं
सरकार की ओर से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ठोस करने एवं मजदूरों को रोजगार से देने की गरज से शुरू की गई बिरसा हरितग्राम योजना, नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना एवं वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना के तहत ग्रामसभाएं शुरू हो गई है। ग्रामसभाओं के दौरान शारीरिक दूरी का पालन सख्ती से करवाया जा रहा है। कहा कि सरकार की ओर से रोजगारसृजन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दुरूस्त करने के मद्देनजर शुरू की गई तीनों योजनाओं के लिए जिले में लक्ष्य तय कर लिया गया है और इसके लिए ब्लूप्रिट तैयार हो चुका है।
------------------- वर्तमान में प्रखंडवार मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों की संख्या
प्रखंड --- मनरेगा में काम कर रहे मजदूर
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मधुपुर - 2784
सारवां - 1557
सोनारायठाढ़ी - 12़19
देवीपुर - 1677
करौं - 1318
मोहनपुर - 2266
सारठ - 1036
पालोजोरी - 1608
देवघर - 1444