भूखे किसानों ने किया हंगामा
जागरण संवाददाता, देवघर : मदरसा मैदान में रविवार को कृषि मेला लगा। कृषि विभाग व आत्मा के इ
जागरण संवाददाता, देवघर : मदरसा मैदान में रविवार को कृषि मेला लगा। कृषि विभाग व आत्मा के इस आयोजन का उद्घाटन कृषि मंत्री रणधीर सिंह को करना था। लेकिन, मंत्री किसी कारणवश उद्घाटन करने नहीं पहुंचे। मंत्री कब तक आएंगे या क्यों नहीं आए, इसकी जानकारी देने वाला कोई नहीं था। सुबह में ही मेला के लिए घर से निकले किसानों को अपराह्न तीन बजे तक भूखे रखा गया तो वे भड़क गए। भूख से परेशान किसानों ने यहां हंगामा शुरू कर दिया। मंत्री के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। बाद में कृषि विभाग के पदाधिकारी व कर्मियों के समझाने तथा जिला परिषद उपाध्यक्ष संतोष पासवान के उद्घाटन करने के बाद किसान शांत हुए।
क्या है मामला : विभाग की ओर से आयोजित किसान मेला में जिले के विभिन्न प्रखंडों के किसानों ने भाग लिया था। इसमें सूदूरवर्ती मधुपुर व पालोजोरी व करौ प्रखंड के भी किसान थे। किसानों ने बताया कि वह मेला में शिरकत करने के लिए सुबह आठ बजे ही घर से निकल गए थे। दोपहर 12 बजे मेला का उद्घाटन सूबे के कृषि मंत्री रणधीर ¨सह द्वारा किया जाना था, लेकिन सायं तीन बजे तक वह नहीं पहुंच सके। परिणाम हुआ कि भूखे किसान भोजन के लिए चिल्लाने लगे। आनन-फानन में विभाग ने मौके पर उपस्थित जिला परिषद उपाध्यक्ष संतोष पासवान से मेला का उद्घाटन करा दिया, तब जाकर किसानों को भोजन पैकेट मिला। किसानों को मिला पंपसेट, कई हुए पुरस्कृत
कृषि मेला में उद्यान विभाग की ओर से चयनित किसानों को पंपसेट प्रदान किया गया। अच्छी उपज के लिए प्रगतिशील किसानों को पुरस्कृत व प्रमाण पत्र दिया गया। गेंहू के उपज में मधुपुर के मनोज शर्मा व रोहित मंडल के अलावा साप्तर के विक्रम कुमार वर्मा, जबकि सरसो उपज में साप्तर के बैकुंठ वर्मा व डुमरकोल, पालोजोरी के त्रिपुरारी वर्मा को पुरस्कृत किया गया। उद्घाटन करते हुए जिप उपाध्यक्ष ने जैविक खेती पर बल दिया और कहा कि किसानों की उपज व आमदनी बढ़ेगी तभी देश सशक्त होगा। भारत कृषि प्रधान देश है, किसान समृद्ध होंगे तभी देश विकसित होगा। इसलिए जरूरी है कि किसानों को सही समय पर बीज मिले, ¨सचाई की सुविधा मिले। लेकिन, सुखाड़ घोषित होने के बाद अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। विभाग इस दिशा में काम करे।
संयुक्त कृषि निदेशक अजय कुमार ¨सह ने कहा कि रबी फसल के लिए कृषि मेला लगता है। इसका मकसद किसानों को नई तकनीक व सरकार के कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराना है। साथ ही किसान अपने बेहतरीन उत्पाद का स्टॉल लगाते हैं। इससे यह अध्ययन करने में सहूलियत होती है कि क्षेत्र में किस तरह की पैदावार हो रही है और किसानों की समस्या क्या है।
मौके पर जिप सदस्य महेंद्र यादव, प्रमोद ¨सह, रवि राय, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी गोपाल ठाकुर, जिला कृषि पदाधिकारी शशांक शेखर व आत्मा के उपपरियोजना निदेशक रघुवीर रंजन सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।