पारा शिक्षक पर फर्जी टीसी बेचने का आरोप
सारठ (देवघर प्रखंड के सधरिया पंचायत के उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय के पारा शिक्षक अलीमुद्दीन अंसारी द्वारा सातवीं व आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को पैसा लेकर फर्जी विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र देने का मामला सामने आया है।
सारठ (देवघर : प्रखंड के सधरिया पंचायत के उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय के पारा शिक्षक अलीमुद्दीन अंसारी द्वारा सातवीं व आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को पैसा लेकर फर्जी विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र देने का मामला सामने आया है।
इस संबंध में ग्रामीणों ने बीआरसी कार्यालय में शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई तो एक ग्रामीण ने मुख्यमंत्री जनसंवाद में शिकायत कर दिया। इसके आलोक में सोमवार को तीन सदस्यीय टीम ने विद्यालय पहुंचकर मामले की जांच किया। टीम में शिक्षा परियोजना के एपीओ संजय कुमार, बीपीओ आलमगीर आलम व सीआरपी उज्ज्वल कुमार शामिल थे। बताते चले कि सप्तम कक्षा की छात्रा खुतेजा खातून व छात्र मो. वाजिद अंसारी व आठवीं कक्षा के छात्र मो. नसीम अंसारी को फर्जी प्रमाण पत्र देने का आरोप है। जिसमें दो प्रमाण पत्र उमवि करमा तथा एक प्रमाण पत्र लकड़ाखोन्दा विद्यालय से निर्गत हुआ है। टीम ने पारा शिक्षक, छात्र-छात्रा व ग्रामीणों से पूछताछ किया। ग्रामीणों का आरोप है कि पारा शिक्षक कई सालों से फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत करता है। इसके एवज में अवैध वसूली किया जाता है। बीपीओ को है मामले की जानकारी ग्रामीणों का कहना है कि इस फर्जीवाड़ा की जानकारी बीपीओ आलमगीर आलम को भी है। लेकिन उनके द्वारा शिक्षक के विरुद्ध कभी कार्रवाई नहीं किया गया। लोगों का कहना है कि पिछले 12 साल से बीपीओ सारठ में डटे है। ऐसे शिक्षकों से उनकी मिलीभगत है। इस संबंध में बीपीओ आलमगीर आलम का पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर कई बार फोन करने पर मोबाइल रिसीव नहीं किया गया। वहीं जांच टीम के अधिकारी ने भी कुछ भी बताने से इनकार किया।