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स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में झारखंड के बढ़े एक और कदम, देवघर AIIMS में पढ़ाई शुरू Deoghar News

शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करते हुए एम्स पटना के निदेशक डॉ. पीके सिंह ने कहा- आज का दिन विशेष है। आरंभ हमेशा याद किया जाता है। इसलिए पहले बैच के छात्र भी खास हैं।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 17 Sep 2019 09:03 AM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 09:03 AM (IST)
स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में झारखंड के बढ़े एक और कदम, देवघर AIIMS में पढ़ाई शुरू Deoghar News

देवघर, जेएनएन। स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में झारखंड को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जो बीड़ा उठाया है उसका परिणाम दिखने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2018 को धनबाद के सिंदरी से Deoghar AIIMS का शिलान्यास किया था। हालांकि Deoghar AIIMS के भवन का निर्माण अभी जारी है लेकिन सोमवार को शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ हुआ। यह दिन देवघर सहित पूरे झारखंड के लिए यादगार बन गया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ हुआ। पहले बैच में 48 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया। इनमें 15 लड़कियां हैं। अभी यहां पटना एम्स के शिक्षक पढ़ाएंगे। एक माह में शिक्षकों की नियुक्ति हो जाएगी। पहले बैच के लिए क्लास व छात्रावास की व्यवस्था पंचायत प्रशिक्षण संस्थान में की गई है।

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शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ करते हुए एम्स, पटना के निदेशक डॉ. पीके सिंह ने कहा- आज का दिन विशेष है। आरंभ हमेशा याद किया जाता है। इसलिए पहले बैच के छात्र भी खास हैं। नामांकन पाने वाले छात्र सौभाग्यशाली हैं। मेडिकल शिक्षा में हर समय सीखने का मौका रहता है। हर दिन कई प्रकार की नई तकनीक व नए ज्ञान से रूबरू होने का मौका मिलता है। कोशिश रहे कि हर समय ज्ञान लेते रहें। उन्होंने जिला प्रशासन से मिले सहयोग की भी सराहना किया।

देवीपुर में भवन निर्माण के बाद बैच को शिफ्ट कर दिया जाएगाः उन्होंने कहा कि प्रथम सत्र में 50 का नामांकन लेना था। 48 ने नामांकन लिया है। इनमें 15 लड़कियां व 33 लड़के हैं। यहां शिक्षा के क्षेत्र में और विकास होगा। देवीपुर में भवन निर्माण के बाद इस बैच को स्थायी भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। पहले वर्ष बेसिक जानकारी दी जाती है, इसलिए बहुत परेशानी नहीं है। अगले वर्ष से क्लिनिकल क्लास शुरू होगी। कोशिश है कि तब तक बैच को स्थायी भवन में शिफ्ट कर दिया जाए। बताते चले कि यहां सर्जरी, एनेसथेसिया, पेडियाट्रिक, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी व न्यूरोसर्जरी की पढ़ाई होगी।

संताल के लोगों को पास में ही मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएंः देवघर में एम्स का शुरू होना संताल के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। पूरे संताल में एक भी ऐसा अस्पताल नहीं है जहां लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। लोगों को इलाज के लिए रांची और कोलकाता का चक्कर लगाना पड़ता है। एम्स के पूरी तरह चालू हो जाने के बाद लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।


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