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खाद्य सामग्री में मिलावट मामले में 33 दुकानदारों को किया जाएगा नोटिस

जागरण संवाददाता देवघर श्रावणी मेला के दौरान अस्थायी व स्थायी दुकानदारों के माध्यम से किए जा रहे मिलावट के खेल में 33 दुकानदारों को नोटिस भेजने की तैयारी है। इन पर खाद्य सामग्रियों में मिलावट करने की सबूत सैंपल जांच के दौरान सामने आई है। बता दें कि मेला के दौरान बड़ी कमाई करने को लेकर इन दुकानदारों की ओर से खाद्य सामग्री में मिलावट का धंधा भी बड़े पैमाने पर किया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 11:27 PM (IST)Updated: Fri, 09 Aug 2019 06:36 AM (IST)
खाद्य सामग्री में मिलावट मामले में 33 दुकानदारों को किया जाएगा नोटिस

जागरण संवाददाता, देवघर : श्रावणी मेला के दौरान अस्थायी व स्थायी दुकानदारों के माध्यम से किए जा रहे मिलावट के खेल में 33 दुकानदारों को नोटिस भेजने की तैयारी है। इन पर खाद्य सामग्रियों में मिलावट करने की सबूत सैंपल जांच के दौरान सामने आई है। बता दें कि मेला के दौरान बड़ी कमाई करने को लेकर इन दुकानदारों की ओर से खाद्य सामग्री में मिलावट का धंधा भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को गुणवत्तायुक्त भोजन सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराने को लेकर भी व्यापक तैयारी की जाती है। बावजूद बड़े पैमाने पर खाद्य सामग्री में मिलावट का खेल चलता रहता है। वहीं श्रावणी मेला में जलार्पण करने आने वाले श्रद्धालुओं प्रसाद के रुप में पेड़ा लेना कतई नहीं भूलते हैं, लेकिन पेड़ा की गुणवत्ता की परख नहीं होने की वजह से अधिकांश श्रद्धालु ठगी का शिकार हो जाते है। वहीं अशुद्ध भोजन की वजह से कई श्रद्धालु बीमार भी पड़ जाते है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर विभागीय स्तर पर पूरे श्रावणी मेला के दौरान फुट सेफ्टी इंस्पेक्टरों की प्रतिनियुक्ति भी की जाती है। खाद्य सुरक्षा की चार टीम पूरे मेला क्षेत्र का भ्रमण कर स्थायी, अस्थायी दुकानों से खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की समय-समय पर जांच करते हैं। जांच के दौरान संदेह होने पर फूड सैंपल भी कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा जाता है। इस वर्ष भी बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 63 से अधिक सैंपल कलेक्टर किए गए । इन सभी जब्त सैंपल को जांच के लिए रांची स्थित नामकुम लेब्रोटरी में जांच के लिए भेजा जा चुका है। जांच के उपरांत कुल 35 सैंपलों का रिपोर्ट प्राप्त हो चुका है। रिपोर्ट को एसडीओ सह अभिहित पदाधिकारी को सौंप दिया गया था। एसडीओ स्तर पर सभी 35 सैंपल की जांच की जा चुकी है। इसमें कुल 33 सैंपल को गुणवत्ताविहीन पाया गया है। प्राप्त 33 सैंपल को अलग-अलग किया जा रहा है। मिलान होने के बाद सभी 33 दुकानदारों को नोटिस निर्गत किया जाएगा। नोटिस के आधार पर संबंधित दुकानदारों को जबाव देने के लिए दो सप्ताह का समय दिया जाएगा। जबाव संतोषजनक नहीं पाए जाने या नहीं देने वाले दुकानदारों के खिलाफ विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। इसमें स्थायी व अस्थायी दुकानदार शामिल है।

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अधिकांश अस्थायी दुकान रजिस्ट्रर नहीं बताया जाता है कि श्रावणी मेला के दौरान लगाए गए अधिकांश अस्थायी दुकान के पास रजिस्ट्रेशन नहीं होता है। हालांकि श्रावणी मेला शुरु होने के पूर्व विभाग की ओर से स्पष्ट रुप से दुकान का निबंधन कराने को कहा जाता है लेकिन अधिकांश अस्थायी दुकानदारों इसका पालन नहीं करते है। इस वजह से सैंपल कलेक्टर करने के बाद रिपोर्ट की प्रक्रिया पूरी करने में कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं अस्थायी दुकानदारों के पास पहचान संबंधित कोई दस्तावेज ही उपलब्ध होता है। इस वजह से रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने को लेकर भी परेशानी होती है।

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पेड़ा मानकों के अनुरुप नहीं श्रावणी मेला के दौरान अस्थायी रुप से दुकान लगाकर पेड़ा सहित अन्य सामग्री की बिक्री की जाती है। इसमें अधिकांश पेड़ा को गुणवत्ताविहीन पाया गया है। जांच टीम ने पेड़ा में गुणवत्ता की कमी पाया है। इसमें अलावा खाद्य सामग्री में स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालने वाला कलर मिलाया जाता है। वहीं श्रद्धालुओं के बीच शुद्ध होने का भ्रम पैदा (गलत प्रचार) कर सामग्री बेचा जाता है। वहीं ब्रांड का गलत इस्तेमाल किया जाता है।


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