पांच थाना क्षेत्र से पकड़े गए 19 साइबर आरोपित
जागरण संवाददाता देवघर साइबर आरोपितों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। पुलिस
जागरण संवाददाता, देवघर : साइबर आरोपितों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। पुलिस ने बुधवार की रात जिले के पांच थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर 19 साइबर आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों के पास से 25 मोबाइल, 44 सिम कॉर्ड, चार एटीएम, सात पासबुक, एक चेकबुक व एक लैपटॉप बरामद किया गया है। एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि इन सभी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। इस सिलसिले में साइबर डीएसपी नेहा बाला, डीएसपी मुख्यालय मंगल सिंह जामूदा, प्रशिक्षु आइपीएस सह सारठ थाना प्रभारी कपिल चौधरी, सारवां थाना प्रभारी कुमार अभिषेक के नेतृत्व में चार अलग-अलग टीम का गठन कर छापेमारी की गई है। इन सभी को जिले के मधुपुर थाना क्षेत्र के पसिया, देवीपुर थाना क्षेत्र के बसवरिया, सारवां थाना क्षेत्र के पहरिया, सारठ थाना क्षेत्र के तेलहरिया व कुंडा थाना क्षेत्र के चांदडीह व सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के पड़रिया, गोरापट्टी गांव से पकड़ा गया है। ये लोगों को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर, मोबाइल कंपनी व अन्य कंपनियों का प्रतिनिधि बनकर फोन करते हैं। लोगों को झांसा में लेकर उनके एटीएम, बैंक खाता आदि की जानकारी, ओटीपी हासिल कर लोगों का पैसा उड़ा लेते हैं।
पकड़े गए आरोपितों में सगे भाई भी शामिल : पकड़े गए आरोपितों में सगे भाई भी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपितों में समीर पासवान पड़रिया, चुन्ना कुमार यादव, रामकुमार रमानी गोरापट्टी थाना सोनारायठाढ़ी, चंदन कुमार रमानी, बचवन थाना पथरड्डा फिलहाल रह रहा था सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के गोरापट्टी गांव में। वहीं धनंतय दास, पिटू दास सगे भाई हैं, सुनिल कुमार दास व वकील कुमार दास भी सगे भाई हैं ये सभी मधुपुर थाना क्षेत्र के पसिया गांव के रहने वाले हैं। इसी गांव के आदेश कुमार दास, सुभाष कुमार दास, ब्रह्मदेव दास व रवि कुमार दास को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं देवीपुर थाना क्षेत्र के बसवरिया गांव निवासी सरोज दास, पिटू दास, सारवां थाना क्षेत्र के पहरिया गांव निवासी रंजीत कुमार उर्फ कुंदन कुमार, विकास कुमार दास, धर्मेन्द्र दास, सारठ थाना क्षेत्र के तेलहरिया गांव निवासी शैलेश कुमार दास, कुंडा थाना क्षेत्र के चांदडीह गांव निवासी राहुल कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें से आदेश कुमार दास पहले चोरी करता था। चोरी के मामले में 2017 में वह जेल भी जा चुका है। फिलहाल वह साइबर आरोपितों के गिरोह में शामिल हो गया है।