लापरवाह अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
मधुपुर : प्रखंड सभागार में शनिवार को प्रमुख सुबल प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक हुई। इसमें वन विभाग, बाल विकास परियोजना, विद्युत विभाग, पुलिस प्रशासन समेत आदि करीब आधा दर्जन विभागों के पदाधिकारी अनुपस्थित थे। उनके विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव जिला भेजने का निर्णय लिया गया।
सदस्यों का कहना था कि पदाधिकारियों के बैठक में भाग नहीं लेने के कारण कार्यो की समीक्षा नहीं हो पाती है। प्रखंड के सहायक व कनीय अभियंता के खिलाफ भी कार्रवाई का प्रस्ताव लिया गया। बैठक में प्रखंड परिसर में एक अतिथिशाला निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया। प्रखंड क्षेत्र के सभी सरकारी विद्यालयों, पंचायत भवनों व प्रखंड कार्यालय के उपस्करों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया। मैसेज अलर्ट सिस्टम के माध्यम से सभी बीएलओ, मुखिया, पंसस आदि को बैठक व अन्य कार्य हेतु सूचना देने का प्रस्ताव लिया गया। प्रमुख ने 26 अगस्त से 3 सितंबर तक सभी 237 विद्यालयों में प्रबंधन समिति का पुनर्गठन करने को कहा। प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी डॉ. रंजन झा ने कहा कि विधवा सम्मान व निश्शक्त विधवा योजना के बारे में विस्तार से बताया। प्रमुख ने ग्रामीण क्षेत्रों में एपीएल अनाज के उठाव हेतु एमओ को डीलरों से अविलंब ड्राफ्ट लगाने को कहा। पीएचईडी जेई मणिकांत ने बताया कि प्रखंड की छह पंचायतों में निर्मल स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण का कार्य किया जा रहा है, जबकि अन्य पंचायत उपेक्षित हैं। प्रखंड परिसर में नर्सरी लगाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से लिया गया। पंसस दिनेश प्रसाद सोनी ने बुढ़ई स्वास्थ्य उपकेंद्र में रा में दवा नहीं मिलने की शिकायत की। इस पर अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. गोपाल प्रसाद ने कहा कि दवा की कोई कमी नहीं है। आखिर दवा क्यों नहीं दी जाती, इसकी जांच कर कर दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। मौके पर बीडीओ संतोष कुमार चौधरी, उपप्रमुख शाहिदा खातून, जेएसएस सह प्रभारी बीपीआरओ विमल कुमार राउत, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी शिव दयाल चौधरी, बीएओ राजीव रंजन कुमार, पर्यवेक्षिका मीना सिंह, शर्मिली कुमारी आदि उपस्थित थे।