Lok Sabha Polls 2019: ...जब पाला-बदल के खेल में धीरेंद्र ने नागमणि को दी थी मात
Lok Sabha Polls 2019. चतरा लोकसभा क्षेत्र में वर्ष 2004 का चुनाव रोचकता से भरा था। टिकट वितरण से लेकर चुनाव का परिणाम भी काफी रोचक रहा था।
चतरा, [संजय शर्मा]। चतरा लोकसभा क्षेत्र में वर्ष 2004 का चुनाव रोचकता से भरा था। टिकट वितरण से लेकर चुनाव का परिणाम भी काफी रोचक रहा था। उस चुनाव में मतगणना ने भी भरपूर रोमांचित किया था। 2004 के चुनाव में राजद ने लगातार दूसरी बार भाजपा प्रत्याशी को हराकर चतरा का किला फतह किया था। लेकिन राजद के टिकट पर जीता प्रत्याशी हारे हुए दल भाजपा का कभी चीर-परिचित चेहरा हुआ करता था।
दरअसल वर्ष 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में चतरा से राजद के टिकट पर नागमणि ने विजय पताका फहराई थी। लेकिन 2004 के लोकसभा चुनाव से पूर्व बदली हुई परिस्थिति में नागमणि भाजपा में शामिल हो गए थे। चुनाव के लिए भाजपा में जब टिकट की दौड़ शुरू हुई तो नागमणि के साथ धीरेंद्र अग्रवाल भी प्रबल दावेदार थे।
लेकिन अंतत: भाजपा ने नागमणि को ही चतरा से अपना प्रत्याशी बनाया था। भाजपा द्वारा नागमणि को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद रातो-रात धीरेंद्र अग्रवाल ने पाला बदलकर राजद का दामन थाम लिया था। राजद ने भाजपा छोड़कर पार्टी में शामिल हुए धीरेंद्र अग्रवाल को चतरा से अपना प्रत्याशी बना कर राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया था।
अचानक हुए इस पाला बदल के खेल से यहां के मतदाता भी चकित हो गए थे। 2004 के चुनाव में मतदान के बाद मतगणना भी रोमांचक रही थी। मतगणना के दौरान नौवें राउंड तक बढ़त बना कर निर्दलीय वीर भगत ने प्रमुख प्रत्याशियों के साथ यहां के मतदाताओं की भी धड़कनें बढ़ा दी थी। इसके बाद जदयू के प्रत्याशी इंदर सिंह नामधारी की बढ़त ने जदयू समर्थकों में कुछ पल के लिए खुशी का संचार कर दिया था।
लेकिन चुनाव परिणाम का यह सीन अंतिम नहीं था। तेरहवें राउंड के बाद राजद प्रत्याशी धीरेंद्र अग्रवाल बढ़त बना कर सबसे आगे आ गए थे। और अंत तक आगे रहते हुए जीत का परचम लहराया था। उस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी नागमणि तीसरे स्थान पर रहे थे।