प्रेम प्रसंग में लाठी-डंडे से दो की पिटाई, एक की मौत
शुक्रवार रात थाना क्षेत्र के नावाडीह पंचायत के मारंगा गांव में एक युवक की लाठी डंडा से पीट पीटकर हत्या कर दी गई। जबकि एक अन्य युवक को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया। जख्मी युवक को बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग से रिम्स रेफर कर दिया गया है। मृतक युवक महेंद्र दांगी की उम्र 32 वर्ष की बताई जा रही है। नावाडीह गांव निवासी खिरोधर दांगी का पुत्र है। वहीं घायल 35 वर्षीय बेचन दांगी इसी गांव के स्व महादेव महतो का पुत्र है। दोनों शादीशुदा हैं। महेंद्र के दो लड़के व
पत्थलगडा : नावाडीह पंचायत के मारंगा गांव में शुक्रवार की रात प्रेम प्रसंग में दो युवकों की जमकर लाठी- डंडे से पिटाई की गई। इसमें एक की मौत मौके पर ही हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जख्मी युवक को बेहतर इलाज के लिए पहले हजारीबाग फिर वहां से रिम्स रेफर कर दिया गया है। दोनों युवक नावाडीह गांव के रहने वाले हैं। मृतक युवक की पहचान महेंद्र दांगी (32 वर्ष) के रूप में हुई है, वह खिरोधर दांगी का पुत्र था वहीं घायल बेचन दांगी (35 वर्ष) स्व महादेव महतो का पुत्र है। दोनों शादीशुदा हैं, महेंद्र के दो लड़के व बेचन के चार बच्चे हैं। पुलिस कप्तान अखिलेश बी वारियार व एसडीपीओ प्रदीप कश्यप पत्थलगडा पहुंच कर मामले की सभी ¨बदुओं पर जांच कर रहे हैं। पुलिस भी इसे प्रेम-प्रसंग से जुड़ा मामला मान रही है। पुलिस ने हत्यारों की धरपकड़ के लिए सीआरपीएफ के खोजी कुत्ते लासा की मदद ली उसने घटनास्थल के निरीक्षण के बाद गांव के एक बंद पड़े घर में धमक दी है। पुलिस ने घटना स्थल से मंगलसूत्र और एक जोड़ी चप्पल बरामद किया है। युवती ने फोन कर बुलाया था दबी जबान ग्रामीणों ने बताया कि मरंगा गांव की एक युवती ने देर रात दोनों को फोन करके बुलाया था। दोनों युवक बगल गांव नावाडीह के रहने वाले थे। सुबह एक युवक की लाश गांव के किनारे मिली। चरवाहे ने इसकी सूचना गांव वालों को दी। दूसरा युवक घायल अवस्था में मिला। ग्रामीण उसे बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग ले गए। जहां से उसे रांची रेफर किया गया है। बंद घर पर टिकी निगाहें
आशंका जताई जा रही है कि बंद पड़े घर के ही किसी सदस्य ने घटना को अंजाम दिया है। घटना को अंजाम देने के बाद घर के सभी सदस्य भाग गए। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घटना प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। वैसे जब तक पूरे मामले की जांच नहीं हो जाती है, तब तक बहुत अधिक कुछ नहीं कहा जा सकता है।