भद्रकाली मंदिर में विधि-विधान पूर्वक दी गई नवरात्र की संधि बलि
ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर में शनिवार को नवरात्र की संधि बलि का अ
संवाद सहयोगी, इटखोरी: ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर में शनिवार को नवरात्र की संधि बलि का अनुष्ठान पूरे विधि विधान पूर्वक किया गया। इस पावन अवसर पर माता के दरबार में मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ श्रद्धालु भक्तों ने भी फलों की बलि अर्पित की। नवरात्र की संधि बलि के अनुष्ठान के वक्त माता रानी का दरबार मां भद्रकाली के जयकारे से गुंजायमान होता रहा। परंपरा के अनुसार नवरात्र की संधि बलि का अनुष्ठान मां भद्रकाली मंदिर के साधना चबूतरा पर हुआ। संधि बलि से पूर्व मां भद्रकाली की प्रतिमा का भव्य श्रृंगार किया गया। तत्पश्चात साधना चबूतरा पर मंदिर के पुजारियों के मंत्रोच्चारण के बीच संधि बलि का अलौकिक अनुष्ठान प्रारंभ हुआ। करीब डेढ़ घंटे तक चले संधि बलि के इस अनुष्ठान में मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार, अंचल अधिकारी बैद्यनाथ कामती एवं थाना प्रभारी सचिन कुमार दास के साथ सैकड़ों श्रद्धालु भक्तों ने शिरकत की। मंत्रोच्चारण व शंख ध्वनि के बीच नियत समय पर 11:27 बजे के पश्चात सर्वप्रथम माता को कुष्मांड की बलि अर्पित की गई। इसके बाद भक्तों ने फलों की भी बलि चढ़ाई। संधि बलि के पश्चात घी के दिए व कपूर से माता की महाआरती उतारी गई।
उपायुक्त ने सपरिवार की पूजा अर्चना
नवरात्र की महाष्टमी के पावन अवसर पर उपायुक्त दिव्यांशु कुमार झा अपने परिजनों के साथ मां भद्रकाली मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचे। उपायुक्त ने अपने परिवार के साथ मां भद्रकाली, पंचमुखी हनुमान, शनिदेव महाराज, सहस्त्र शिवलिग महादेव तथा बौद्ध स्तूप मंदिर में भी जाकर मत्था टेका। उपायुक्त नवरात्र की महाष्टमी के दिन मंदिर में पूजा अर्चना के लिए धोती व कुर्ता पहनकर पधारे थे।