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खूब बरसे बदरा, खेत-क्यारी हुए जलमग्न

जागरण संवाददाता चतरा प्री-मानसून ने ही चतरा के खेत-क्यारी को तृप्त कर दिया है। शनिवार क

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 08:13 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 08:13 PM (IST)
खूब बरसे बदरा, खेत-क्यारी हुए जलमग्न

जागरण संवाददाता, चतरा : प्री-मानसून ने ही चतरा के खेत-क्यारी को तृप्त कर दिया है। शनिवार को भी यहां जमकर बारिश हुई। लगातार चार घंटों तक हुई बारिश से खेत-क्यारी तो जलमग्न हो ही गए नदियों में बाढ़ आ गई है। कई स्थानों पर पुलिया व सड़कें बह गई है। मिट्टी के दर्जनों मकान ध्वस्त हो गए। इस तरह की बारिश बरसात में भी कम ही होती होगी। मौसम के जानकारों का कहना है कि मानसून आने में चार-पांच दिनों का समय है। लेकिन उससे पहले ही बारिश अपनी जलवा बिखेर रही है। शुक्रवार को भी झमाझम बारिश हुई थी। झमाझम हो रही बारिश से किसानों मन ही मन काफी खुश हैं। खेतों में हाल चल चुका है। खेत में धान के बिचड़ा के लिए पानी पर्याप्त है। ऐसे में इस बार समय पर धान का बिचड़ा होगा। किसान खेती की तैयारियां वैसे तो पहले से ही शुरू कर दी थी। लेकिन शुक्रवार और शनिवार को हुई बारिश से उनका मनोबल और ऊंचा हो गया है। स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डा. रंजय कुमार कहते हैं कि मानसून आने में कम से कम पांच से सात दिन बचा हुआ है। यह प्री-मानसून है। प्री-मानसून में इतनी बारिश होना, खेती के लिए शुभ संकेत है। उनका मानना है कि इस साल भी खरीफ का उत्पादन बढि़या होगा। इधर कृषि कार्यालय ने दो दिनों में 55 मिमी बारिश होने का अनुमान जताया है। यहां पर स्पष्ट कर दें कि जून का सामान्य वर्षापात 167.1 मिमी है। जून में आम तौर पर 15 तारीख से बारिश होती है। लेकिन इस बार पहले सप्ताह से ही अच्छी खासी बारिश हो रही है। डा. रंजय सिंह ने मौसम पूर्वानुमान में कहा है कि आने वाले दो से तीन तक हर दिन शाम को बारिश हो सकती है।

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