Lok Sabha Polls 2019: गठबंधन की नहीं खुल रही गांठ, कांग्रेस-राजद दोनों का दावा
Lok Sabha Polls 2019. चतरा संसदीय सीट को लेकर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन में जीच कायम है। चतरा सीट पर राजद और कांग्रेस दोनों दावा कर रही है।
चतरा, [जुलकर नैन]। चतरा संसदीय सीट को लेकर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन में जीच कायम है। जिसकी वजह से अब तक प्रदेश के दूसरे अन्य सीटों से गठंबंधन के उम्मीदवारों के नामों की विधिवत रूप से घोषणा नहीं हो सकी है। चतरा सीट पर राजद और कांग्रेस दोनों दावा कर रही है। कांग्रेस पर दबाव बढ़ा हुआ है। चूंकि प्रदेश के किसी भी सीट से मुस्लिम को उम्मीदवार नहीं बनाया है।
गोड्डा सीट झाविमो के लिए छोड़ने के बाद कांग्रेसी चतरा सीट पर इसकी संभावना तलाश रहे हैं। गोड्डा सीट से कांग्रेस के टिकट में फुरकान अंसारी चुनाव लड़ते आ रहे थे। कई बार वे निर्वाचित भी हुए हैं। लेकिन इस बार झाविमो के खाते में चला गया है। ऐसे में कांग्रेसियों को एक मात्र विकल्प चतरा बचा हुआ है। राजद चतरा सीट के साथ कोई समझौता करने के मूड में नहीं है।
इधर मुस्लिम संगठनों ने कांग्रेस, झाविमो और झामुमो पर मुसलमानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू कर दिया है। स्थिति को देखते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा और झारखंड विकास मोर्चा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा कांग्रेस पर इसके लिए दबाव बनाए हुए है। विभिन्न मुस्लिम संगठनों का कहना है कि गठबंधन दल कम से कम दो सीट से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दे।
यदि ऐसा नहीं हुआ, तो गठबंधन के उम्मीदवारों को मुस्लिम वोट नहीं करेंगे। गंठबंधन में झाविमो को मात्र दो सीट मिला है। कोडरमा और गोड्डा। कोडरमा से स्वयं बाबूलाल मरांडी चुनाव लड़ेंगे, तो गोड्डा से प्रदीप यादव का नाम तय है। झामुमो के खाते में चार सीटें हैं। जिसमें राजमहल, दुमका, गिरिडीह एवं जमशेदपुर शामिल है। झामुमो और झाविमो दोनों ने पहले से ही उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं।
चतरा या पलामू में से कोई एक राजद को मिलना है। कांग्रेस के खाते सात सीट हैं। ऐसे में एक मात्र विकल्प कांग्रेस के पास चतरा संसदीय सीट के रूप में है। लेकिन राजद चतरा के नाम पर कोई समझौता करने के मूड में नहीं है। स्थिति ऐसी हो गई है कि फिलहाल यहां से दोनों दल ताल ठोंक रहा है। जब तक गठबंधन दलों के उम्मीदवारों की घोषणा नहीं होती है, तब तक स्थिति ऐसी ही रहेगी।
कांग्रेस से टिकट के संभावित उम्मीदवार दिल्ली में कैंप किए हुए हैं। राजद से सुभाष प्रसाद यादव का नाम करीब करीब तय बताया जा रहा है। हालांकि जब तक अधिकृत रूप से घोषणा नहीं होती है, तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। फिर भी सुभाष प्रसाद यादव ने चुनाव लड़ने का मूड बना लिया है। यहां तक की उन्होंने नामांकन की तिथि की घोषणा कर दी है।
चतरा संसदीय क्षेत्र में चौथे चरण में मतदान होना है। इसके लिए अधिसूचना दो अप्रैल को जारी होगी। उस दृष्टिकोण से अभी कुछ समय बचा है। ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि 25 या 26 मार्च को सीटों के बटवारे पर अंतिम रूप से निर्णय ले लिया जाएगा। बहरहाल जब तक गठबंधन की गांठ नहीं खुलेगी, तब तक कार्यकर्ता असमंजस में रहेंगे।