पांडेयमोड़-बड़गांव पथ की मिली प्रशासनिक स्वीकृति
दशकों से उपेक्षा का दंश झेल रहा टंडवा प्रखंड का पांडेयमोड़-बड़गांव पथ की दिशा और दशा बदलने वाला है। उपायुक्त जितेंद्र कुमार ¨सह के प्रयास से 17 किलोमीटर तक की इस सड़क का जीर्णोद्धार की प्रशासनिक स्वीकृति सरकार ने दे दी है। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट से सड़क का जीर्णोद्धार होगा। जीर्णोद्धार पर करीब चौदह करोड़ की राशि खर्च होगी। ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल के मानक पर जीर्णोद्धार का कार्य होगा।
चतरा : दशकों से उपेक्षा का दंश झेल रहा टंडवा प्रखंड का पांडेयमोड़-बड़गांव पथ की दिशा और दशा बदलने वाला है। उपायुक्त जितेंद्र कुमार ¨सह के प्रयास से 17 किलोमीटर तक की इस सड़क का जीर्णोद्धार की प्रशासनिक स्वीकृति सरकार ने दे दी है। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट से सड़क का जीर्णोद्धार होगा। जीर्णोद्धार पर करीब चौदह करोड़ की राशि खर्च होगी। ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल के मानक पर जीर्णोद्धार का कार्य होगा। जल्द ही इसका निविदा निकाला जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त ने दी। उन्होंने बताया कि सड़क जर्जर होने के कारण करीब पच्चीस हजार की आबादी प्रभावित है। अच्छी सड़क हो जाने से इसका लाभ ग्रामीणों को मिलेगा। बताते चलें कि करीब दो से तीन महीना पूर्व उपायुक्त बड़गांव में योजनाओं का निरीक्षण के लिए जा रहे थे। लेकिन इसी बीच तेज बारिश होने के कारण रास्ते में पड़ने वाली नदी में बाढ़ आ गई थी। परिणाम स्वरूप डीसी वहां पर तक नहीं पहुंच पाएं थे। इसी क्रम में उन्होंने जर्जर सड़क की स्थिति से अवगत हुए थे। ग्रामीणों ने डीसी के समक्ष सड़क बनाने की मांग की थी। उपायुक्त ने डीएमएफटी शासी निकाय से इसे पारित करवाते हुए जिला अभियंता रामकुमार ¨सह को डीपीआर तैयार करवाने और उसके बाद प्राक्कलन बनाने का निर्देश दिया था। प्राक्कलित राशि चूंकि चौदह करोड़ की है, जिसके कारण उसे राज्य सरकार को प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भेज दिया गया था। उपायुक्त ने बताया कि डीएमएफटी में पांच करोड़ तक की योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति जिला से देने प्रावधान है। उससे अधिक होने पर उसे राज्य सरकार को भेजा जाता है।