ना बैंड-बाजे ना डीजे की धुन, चुपके-चुपके हो रही शादियां
विवाह के मौसम में यदि बैंड बाजा न बजे और डीजे साउंड की धुन सुनाई नहीं दे तो उत्साह फीका-फीका रहता है। कोविड-19 कोरोना वायरस व लॉकडाउन ने विवाह व अन्य समारोह पर मनाए जाने वाले उत्सव पर ब्रेक लगा दिया है। वैसे में उत्सव का मजा किरकिरा हो रहा है। यदि कोई घर में मांगलिक कार्य कर भी रहा है तो वह चुपके चुपके।
संवाद सहयोगी, गिद्धौर : विवाह के मौसम में यदि बैंड बाजा न बजे और डीजे साउंड की धुन सुनाई नहीं दे तो उत्साह फीका-फीका रहता है। कोविड-19 कोरोना वायरस व लॉकडाउन ने विवाह व अन्य समारोह पर मनाए जाने वाले उत्सव पर ब्रेक लगा दिया है। वैसे में उत्सव का मजा किरकिरा हो रहा है। यदि कोई घर में मांगलिक कार्य कर भी रहा है तो वह चुपके चुपके। यहां तक कि प्रखंड के विभिन्न गांव में सोमवार की रात कई शादियां संपन्न कराई गई। परंतु इस क्रम न कोई बरात आई न कोई तामझाम हुआ। इतना ही नहीं सुबह होने के बाद लोगों को शादी संपन्न होने की समाचार प्राप्त हो रहा है। इन शादी समारोहों में न तो बैंड बाजे न डीजे की धुन और ना ही शहनाई की आवाज सुनाई दी। शादी संपन्न होने पर सूर्योदय होने के पहले दूल्हे-दुल्हन की विदाई भी कर दिया गया। शादी समारोह के दौरान घर के कई लोग बाहर निगरानी भी कर रहे थे, ताकि किसी प्रकार शादी संपन्न कराई जा सके। बहराल इन शादी समारोह में शारीरिक दूरियां का ख्याल भी नहीं रखा गया।