महागठबंधन का उम्मीदवार अब तक तय नहीं, दो नामों पर हो रही चर्चा
शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव को लेकर प्रशासन चौकससभी तैयारियों को पुरा करने में लगे हैं प्रखंड कर्मी। संवाद सूत्रप्रतापपुर प्रखंड के सभी बुथों पर शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष ढंग से चुनाव संपन्न कराने को लेकर प्रशासन पुरी तरह एवं तेज गति से काम कर रही है।प्रखंड विकास पदाधिकारी यादव बैठा एवं थानाप्रभारी प्रवेश चंद्र सिंहा लगातार संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील कलस्टरों एवं बुथों का दौरा कर रहे हैं।यहीं नही चुनाव में किसी भी तरह का बाधा एवं व्यवधान पहुचाने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।वाहन चेकिग अभियान चलाकर चार पहिया एवं दो पहिया वाहनों के कागजात एवं अन्य चीजों का सघनता से जांच किया जा रहा है ताकि पैसा सहित अन्य अस्त्रों एवं शस्त्रों को पकडा जा सके।बुथों तक आवश्यक कागजातों को पहुंचाने के लिये सभी बीएल ओ के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया जा रहा है।
संवाद सहयोगी, गिद्धौर: विधानसभा चुनाव की गर्मी ठंड में भी बढ़ती जा रही है। परंतु महागठबंधन के कार्यकर्ताओं में न तो गर्मी दिख रही है और न ही ठंड। भाजपा, जेवीएम, आजसू एवं भाकपा के प्रत्याशी क्षेत्र में दौरा कर अपने-अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। जबकि कुछ अघोषित प्रत्याशी नामांकन में भाग लेने का आमंत्रण दे रहे हैं। परंतु महागठबंधन से अभी तक प्रत्याशी नहीं घोषित किए जाने से कांग्रेस, राजद व झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं में मायूसी देखी जा रही है। बहराल कभी फेसबुक पर तो कभी वाट्सएप पर वर्तमान विधायक गणेश गंझू व पूर्व विधायक योगेंद्र नाथ बैठा को टिकट दिए जाने कि चर्चा खूब हो रही है। सूत्रों की माने तो महागठबंधन के आला नेता भी गणेश व योगेंद्र को टिकट दिए जाने की पेंच में फंस चुके हैं। क्षेत्र में चर्चा कुछ और ही बयां कर रही है। बहराल जब तक महागठबंधन से प्रत्याशी की घोषणा नहीं हो जाता है, तब तक तरह-तरह की चर्चा क्षेत्र में होते रहेगा। देखना यह होगा कि महागठबंधन से प्रत्याशी की घोषणा कब की जाती है। मालूम हो की सिमरिया विधानसभा क्षेत्र में नामांकन की अंतिम तिथि 25 नवंबर तय की गई है। जबकि मतदान की तिथि 12 दिसंबर है।