हिदू-मुस्लिम मिलकर करते हैं होलिका दहन
सामूहिक रूप से होता है होलिका दहन एकता की मिसाल गिद्धौर की होली फोटो लक्ष्मण दांगीगिद्धार जिले के गिद्धौर प्रखंड मुख्यालय कि होली एकता की मिसाल है। यहां कि विषेषता है कि घनी अवादी वाले इस गांव का होलिका दहन प्रखंड मुख्यालय के समीप में ही होता है। जहां दोनो समुदाय के लोग पहुंच कर होलिका दहन करते है। ऐसी मिसाल सायद कहीं देखने को नही मिलती है। यहां की यह परंपरा वर्षो पुरानी है। होली में हिन्दु समुदाय के अलावे मुस्लीम समुदाय के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते है। तथा एक दुसरे को रंग और गुलाल लगाकर होली की बर्धाइयां भी देते है। गांव के बुजुर्गो का कहना है कि यहां कि
गिद्धार : प्रखंड मुख्यालय की होली एकता की मिसाल है। यहां की विशेषता है कि घनी आबादी वाले इस गांव का होलिका दहन प्रखंड मुख्यालय के समीप में होता है। जहां दोनो समुदाय के लोग होलिका दहन करते हैं। ऐसा मिसाल शायद कहीं देखने को नहीं मिलता होगा। यह परंपरा वर्षो पुरानी है। होली में हिदू समुदाय के अलावे मुस्लिम समुदाय के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते है। एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर होली की बधाईयां देते है। गांव के बुजुर्गो का कहना है कि यहां कि होली आसपास के पूरे क्षेत्र में चर्चित है। प्रखंड क्षेत्र में पूरे तीन दिनों तक होली की धमाल रहती है। विशेषता एक और यह है कि आसपास के गांव के लोग प्रखंड मुख्यालय में पहुंच कर होली खेलते है। होली के इस पुरानी परंपरा को आज के युवा भी भलीभांति निभा रहे है। हांलाकि पहले की भांति इस आधुनिकता के युग में होली का उत्साह पहले जैसी नही रहा। फिर भी पुरानी परंपरा के अनुरूप दोनों समुदाय के युवा और बुजुर्ग आपसी भाईचारे के साथ होली खेल कर परंपरा को निभा रहे है। प्रखंड मुख्यालय के समीप होलिका दहन कार्यक्रम में गिद्धौर के अलावे चंदाबांध, रामनगर सियारी, पांडेयबागी, रतनपुर सहित आसपास के आधा दर्जन गांव की ग्रामीण भाग लेते हैं।