खुशियों की आई बहार, सतरंगी छटा बिखरेगी आज
दीपावली को लेकर खुशियों की बहार आई हुई है। चारों ओर उत्साह और उमंग है। प्रकाश पर्व दीवाली बुधवार को है। पर्व की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। घर-द्वार एवं प्रतिष्ठानों की साफ-सफाई का कार्य अंतिम चरण में है। रोशनी को लेकर व्यापक व्यवस्था की जा रही है। चाइनिज बल्ब और झालर से लेकर मिट्टी की दीये की बिक्री जमकर हो रही है। आतिशबाजी की भी व्यापक तैयारियां की जा रही है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने आतिशबाजी के लिए दस बजे रात तक का ही समय
चतरा : दीपावली को लेकर हर ओर खुशियों की बहार आई हुई है। चारों ओर उत्साह और उमंग है। प्रकाश पर्व दिवाली बुधवार को है। पर्व की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। घर-द्वार एवं प्रतिष्ठानों की साफ-सफाई का कार्य अंतिम चरण में है। रोशनी को लेकर व्यापक व्यवस्था की जा रही है। चाइनिज बल्ब और झालर से लेकर मिट्टी की दीये की बिक्री जमकर हो रही है। आतिशबाजी की भी व्यापक तैयारियां की जा रही है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने आतिशबाजी के लिए दस बजे रात तक का ही समय निर्धारित किया। लेकिन उसके बाद उसकी बिक्री कम नहीं है। महंगाई और सुखाड़ की मार बाजार में स्पष्ट दिखाई दे रहा। धनतेरस पर्व पर उम्मीद के अनुरूप बाजार नहीं रहा। व्यवसायी थोड़ा निराश दिख रहे हैं। बहरहाल उसके बाद भी उत्साह में कमी नहीं है। बच्चों में खुशी का ठिकाना नहीं है। मिठाइयों के दुकानों में भीड़ उमड़ी हुई है। दुकानदारों ने कई प्रकार की मिठाईयां बनाई है। डेढ सौ रुपये से लेकर एक हजार सौ रुपये तक किलो की मिठाईयां इन दुकानों में मिल रही है। दुकानदारों का कहना है कि दीपावली पर्व को लेकर पिछले चार दिनों से मिठाई बनाने का काम चल रहा है। उनका कहना है कि इस क्रम में कई प्रकार के मिष्ठान तैयार किए गए हैं। मेन रोड स्थित जायसवाल मिष्ठान भंडार के संचालक सुनील कुमार जायसवाल कहते हैं कि व्यापक तैयारियां की गई है। डेढ़ सौ रुपये से लेकर सात सौ रुपये किलो तक की मिठाईयां उनके यहां उपलब्ध है। वहीं नारायण स्वीट्स में बारह सौ रुपये किलो तक की मिठाईयां मिल रही है। दीपावली की पूर्व संध्या पर मिट्टी के दीपों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के चाइनीज बल्बों की दूधिया रोशनी छटा बिखेर रही है। सोमवार की रात्रि दुकानों एवं घरों में छोटी दीपावली मनाई गई। इस दौरान दीपक जलाए गए। दीपावली को देखते हुए चाइनिज बल्ब एवं मोमबत्तियों की बिक्री खूब हुई। लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा की बिक्री जोरों पर है। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में केले के थाम एवं फूल मालाओं की सजावट की जा रही है। वहीं बही-खाता एवं गणेश-लक्ष्मी की पूजा बुधवार को की जाएगी। बाजार में चाइनिज बल्बों के आने के बावजूद मिट्टी के दीपों की बिक्री में कहीं से कोई कमी नहीं देखी जा रही है। दीये की बिक्री खूब हो रही है। देवेंद्र कुम्हार कहते हैं कि पिछले दुर्गा पूजा संपन्न होने के साथ ही मिट्टी के दीप बनाने में जुट गए थे। उनका कहना है कि आधुनिकता पर आज भी मिट्टी के दीप भारी पड़ रहा है।