विकास व शांति की पटरी पर ब्रेक लगाने की कोशिश
संवाद सूत्र, पत्थलगडा : माओवादियों की खूनी खौफ के डर से प्रदेश में रहने वाले अब घर ल
संवाद सूत्र,
पत्थलगडा : माओवादियों की खूनी खौफ के डर से प्रदेश में रहने वाले अब घर लौट आए हैं। गांव में खेती बाड़ी और छोटे-मोटे ठेका ले कर गुजर बसर कर रहे हैं। जहां कभी माओवादियों की जनअदालत लगते थे, आज वहां विकास की चौपाल सज रही है। विकास की पटरी बेधड़क दौड़ रही है। लेकिन इसी बीच टीएसपीसी ने नागेश्वर गंझू की हत्या लोगों को झकझोर कर रख दिया। प्रखंड के सुदूरवर्ती मेराल पंचायत के मेरमगड़ा में टीएसपीसी उग्रवादियों द्वारा नागेश्वर गंझू के हत्या के बाद गांव में मातम है। लंबे अरसे बाद एकाएक उग्रवादियों की दस्तक और हत्या जैसी वारदात के बाद लोगों में एक बार फिर से उग्रवादियों का खौफ देखा जा रहा है। पिछले 5-6 सालों से उग्रवादी व अपराधिक गतिविधि थम गयी थी। इलाके में उग्रवादी गतिविधि कम होने के बाद विकास की गति तेज हुई थी। एकाएक नक्सली घटना के बाद लोग दहशत में हैं। कभी माओवादियों की मांद कहे जाने वाले इस इलाके में दहशत कायम हुआ करता था। माओवादियों के क्षेत्र से जाने के बाद यह इलाका जेपीसी का वर्चस्व का इलाका माना जाने लगा उसके बाद लगातार पुलिस के दबाव से यह क्षेत्र उग्रवाद मुक्त हुआ था। परंतु टीएसपीसी उग्रवादियों के इस वारदात के बाद सभी सहमे हुए हैं।