नावाडीह के दो युवक की सूरत में मौत
संवाद सहयोगी सुरही (बेरमो) नावाडीह के दो युवक की संवाद सहयोगी सुरही (बेरमो) नावाडीह के दो युवक की सूरत में गुरुवार को सड़क हादसे से मौत हो गई। उनकी मौत से दो घरों के चिराग बुझ गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। उक्त युवकों में झरी महतो (24) व थानेश्वर उर्फ थनू महतो (21) दो माह पहले ही काम करने गुजरात गए थे। वे दोनों नावाडीह थाना क्षेत्र के भवानी ग्राम के निवासी थे। सूरत में घटित सड़क दुर्घटना में दोनों की मौत हो जाने के सूचना मिलते ही भवानी ग्राम में मातम छा गया। झरी महतो का विवाह वर्ष 2011 में सुनीता देवी से हुआ था। उसकी दो पुत्री सोनम (6 वर्ष) अनु (3वर्ष) एवं पुत्र आयुष 10 माह का है। वहीं थनु महतो का विवाह वर्ष 2013 में सुमन देवी से हुआ था। उसकी 3 वर्ष की एक पुत्री अर्चना है। कैलाश महतो के पुत्र झरी
संवाद सहयोगी, सुरही (बेरमो) : नावाडीह के दो युवक की सूरत में गुरुवार को सड़क हादसे से मौत हो गई। उनकी मौत से दो घरों के चिराग बुझ गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। उक्त युवकों में झरी महतो (24) व थानेश्वर उर्फ थनू महतो (21) दो माह पहले ही काम करने गुजरात गए थे। वे दोनों नावाडीह थाना क्षेत्र के भवानी ग्राम के निवासी थे। सूरत में घटित सड़क दुर्घटना में दोनों की मौत हो जाने के सूचना मिलते ही भवानी ग्राम में मातम छा गया। झरी महतो का विवाह वर्ष 2011 में सुनीता देवी से हुआ था। उसकी दो पुत्री सोनम (6 वर्ष), अनु (3वर्ष) एवं पुत्र आयुष 10 माह का है। वहीं थनु महतो का विवाह वर्ष 2013 में सुमन देवी से हुआ था। उसकी 3 वर्ष की एक पुत्री अर्चना है। कैलाश महतो के पुत्र झरी महतो एवं घनश्याम महतो के पुत्र थानेश्वर उर्फ थनू महतो अपने अन्य साथियों के साथ गुजरात के सूरत शहर स्थित पूजा स्विफ्ट नामक मछली कंपनी में काम करता था। बुधवार की देर रात वे दोनों मालवाहक कंटेनर में मछली लादकर पंजाब के लिए निकले थे कि गुरुवार को तड़के लगभग चार बजे सूरत जिला के कोसुम्बा में विपरीत दिशा से आ रहे एक केमिकल लदे वाहन से टक्कर हो गई। इस हादसे से कंटेनर के चालक व उपचालक के साथ ही उक्त दोनों युवक की मौत मौके पर ही हो गई। यह जानकारी सूरत में काम कर रहे भवानी ग्राम निवासी खिरोधर महतो एवं पोटसो निवासी बालेश्वर महतो ने फोन से दी। सूचना मिलते ही पोटसो पंचायत की मुखिया कुंती देवी, जिप सदस्य फूलमति देवी, पूर्व मुखिया अमृत महतो, रूपलाल महतो आदि ने शोकाकुल परिजनों को ढांढ़स बंधाया।