मौसीबाड़ी से लौट सेक्टर 4 में फिर विराजे भगवान जगन्नाथ
बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र के साथ नौ दिनों तक मौसीबाड़ी में रहने के बाद शुक्रवार को श्रीराम मंदिर सेक्टर एक से भगवान जगन्नाथ की बहुरा यात्रा शुरू हुई।
जागरण संवाददाता, बोकारो: बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र के साथ नौ दिनों तक मौसीबाड़ी में रहने के बाद शुक्रवार को श्रीराम मंदिर सेक्टर एक से भगवान जगन्नाथ की बहुरा यात्रा शुरू हुई। यहां आस्था का सागर उमड़ पड़ा। लोगों ने पुरोहित के साथ भगवान की पूजा-अर्चना की। श्रद्धालुओं ने सेक्टर एक स्थित श्रीराम मंदिर से भगवान जगन्नाथ का रथ खींचा और उन्हें जगन्नाथ मंदिर सेक्टर चार पहुंचाया। यहां बाहर बने पंडाल में पुरोहितों व श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ की आरती एवं भजन-कीर्तन किया। उन्होंने भगवान से अपने सुखमय जीवन की कामना की। भगवान जगन्नाथ की बहुरा यात्रा को लेकर सुबह से ही श्रीराम मंदिर में पुरोहित के साथ श्रद्धालु भजन-कीर्तन गाते रहे। दोपहर में छेरा पन्हरा हुआ। पुरोहित हिमांशु ने कहा कि जब भगवान जगन्नाथ मौसीबाड़ी से लौटते हैं तो भक्तों पर अपना आशीर्वाद लुटाते हैं। भक्त भी भगवान के दरबार में पहुंच कर आशीर्वाद ग्रहण करते हैं। उनकी आराधना कर अपने दु:ख के निराकरण के लिए उनकी प्रार्थना करते हैं। इधर, चास व चंदनकियारी में भी भगवान जगन्नाथ की बहुरा यात्रा निकाली गई। बहुरा यात्रा में बड़ी संख्या में भक्तों ने भाग लिया।
भगवान के अवतारों की स्तुति: जगन्नाथ मंदिर में पुरोहित ने भजन-कीर्तन के माध्यम से भगवान जगन्नाथ के 10 अवतारों की स्तुति की। एक-एक अवतार का वर्णन करते हुए पुरोहितों के साथ-साथ श्रद्धालुओं ने भगवान की स्तुति की। पुरोहितों के अनुसार भगवान के रूपों का वर्णन करने से पाप कटते हैं। मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है। भगवान भक्तों पर प्रसन्न होकर उन्हें आठ प्रकार की सिद्धियां प्रदान करते हैं।
इन मार्गो से होकर गुजरी बहुरा यात्रा: सेक्टर एकश्री राम मंदिर से बहुरा यात्रा शुरू हुई, जो पत्थरकट्टा चौक, एसआरयू, बोकारो मॉल, महात्मा गांधी चौक, सिटी सेंटर, श्रीकृष्ण सिंह चौक, बीजीएच, डॉ.आंबेडकर चौक होते हुए जगन्नाथ मंदिर सेक्टर चार पहुंची। बहुरा यात्रा भगवान जगन्नाथ को लेकर मंदिर पहुंची तो वहां संध्या में भजन-कीर्तन शुरू हुआ, जो देर रात तक चलता रहा।