डीवीसी के पुराने प्लांटों को बंद करने के फैसले की समीक्षा करेगी संसद की स्थाई समिति
बेरमो : संसद की स्थाई समिति डीवीसी की पुरानी इकाइयों को बंद करने के प्रबंधन के फैसले क
बेरमो : संसद की स्थाई समिति डीवीसी की पुरानी इकाइयों को बंद करने के प्रबंधन के फैसले की समीक्षा करेगी। नई दिल्ली में मंगलवार को ऊर्जा मामले पर संसद की स्थाई समिति की बैठक में अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र ¨सह तथा ऊर्जा सचिव अजय कुमार भल्ला ने समिति के सदस्य सह गिरिडीह सांसद रवींन्द्र कुमार पाण्डेय को आश्वस्त किया कि समिति डीवीसी के चंद्रपुरा (सीटीपीएस) और बोकारो थर्मल ताप विद्युत केंद्र (बीटीपीएस) की पुरानी इकाइयों को बंद करने के निर्णय की उद्योगहित और मजदूरहित में समीक्षा करेगी।
यह जानकारी सांसद पांडेय ने नई दिल्ली से दूरभाष पर दी। संसद की स्थाई समिति की बैठक में मामला उठाते हुए सांसद ने कहा कि देश में बिजली की कमी और बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए वर्तमान केंद्र सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। पारंपरिक एवं गैरपारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत को विकसित करने एवं रोजगार का अवसर सृजित करने के लिए एक ओर देश में नया प्रतिष्ठान स्थापित किया जा रहा है, लेकिन डीवीसी अपने पुराने प्लांटों को बंद कर मजदूरहित में आत्मघाती निर्णय ले रही है। कहा कि चंद्रपुरा में सीटीपीएस और बोकारो थर्मल में बीटीपीएस की पुरानी इकाइयों में क्षमता के अनुकूल बिजली उत्पादन हो रहा है। इन प्लांटों के आधुनिकीकरण करने बजाए इसे बंद करने से हजारों मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
पांडेय ने कहा कि लगभग 3000 ठेका श्रमिक तत्काल प्रभावित हो गए हैं। उद्योगहित में यह अर्थ व्यवस्था को ध्वस्त करने वाला निर्णय है। कहा कि कुप्रबंधन के कारण डीवीसी संक्रमण काल से गुजर रहा है और इसका खामियाजा श्रमिकों को भुगतना पड़ रहा है।
ऊर्जा सचिव अजय कुमार भल्ला सहित समिति के अध्यक्ष डॉ. वीरेंद्र ¨सह ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए सांसद को आश्वस्त कराया है कि उद्योगहित, श्रमिकहित और प्रतिष्ठान प्रभावित क्षेत्र के लोगों के हित में सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में ऊर्जा मंत्रालय की अपर सचिव शालिनी प्रसाद, संयुक्त सचिव एस भारती, सीईए के चेयरमैन आरके वर्मा, सीईआरसी के सचिव सनोज कुमार झा, पावर ग्रिड के सीएमडी आईएस झा सहित संसदीय समिति के सदस्य सह सांसद जगदंबिका पाल, ऑस्कर फनार्डिस, डॉ.एके सहानी, एम चंद्रकाशी, एमबी राजेश, देवेंद्र ¨सह, भानू प्रताप ¨सह, विप्लव ठाकुर, शंकर ¨सह मनहास, डॉ. प्रभाकर कोरे आदि मौजूद थे।