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दारोगा कोरोना पॉजिटिव, सिटी थाना का किया गया बंद

कोरोना संक्रमण की शनिवार की रात आई रिपोर्ट में एक सिटी थाना के प्रशिक्षु सब-इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। उनके पॉजिटिव पाए जाने के बाद थाना को बंद कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 08:00 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 08:00 PM (IST)
दारोगा कोरोना पॉजिटिव, सिटी थाना का किया गया बंद
दारोगा कोरोना पॉजिटिव, सिटी थाना का किया गया बंद

जागरण संवाददाता, बोकारो: कोरोना संक्रमण की शनिवार की रात आई रिपोर्ट में एक सिटी थाना के प्रशिक्षु सब-इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। उनके पॉजिटिव पाए जाने के बाद थाना को बंद कर दिया गया। इसके साथ ही सिटी थानेदार अजय कुमार सहित 30 पुलिसकर्मियों की कोरोना जांच कराने के साथ सभी को रिपोर्ट आने तक होम क्वारंटाइन कर दिया गया है।

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मालूम हो कि शनिवार की रात छह लोग पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें सेक्टर-3ई निवासी 28 वर्षीय उक्त एसआइ भी शामिल हैं। ये कुछ दिन पहले बिहार से लौटे थे। इसके बाद थानेदार ने उन्हें कोरोना जांच कराने को कहा। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

इधर, मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी चंदन कुमार झा ने सिटी थाने में कार्यरत करीब 30 पुलिसकर्मियों की सैंपलिग कराई और उन्हें रिपोर्ट आने तक होम क्वारंटाइन रहने को कहा है। फिलहाल थाने का औपचारिक काम नगर डीएसपी कार्यालय के एक कमरे में चल रहा है।

कोरोना की चपेट में कलेक्ट्रेट का स्टाफ भी: जिला परिवहन कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर के कोरोना संक्रमित होने के बाद अब शनिवार की रात आई रिपोर्ट में जिला निर्वाचन शाखा का एक कर्मचारी भी पॉजिटिव मिला है। वह कर्मचारी अपने किसी संबंधी के घर पटना गया हुआ था। वहां से लौटने के बाद हुई जांच में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि छुट्टी से वापस लौटने वाले लोगों को कोरोना जांच के बाद ही कार्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया जा चुका है, इसलिए कलेक्ट्रेट भवन संक्रमण से बच गया, लेकिन संबंधित कर्मचारी जिन कर्मचारियों के संपर्क में आया था, उन्हें जांच कराने का आदेश दिया गया है।

संक्रमित कर्मचारी के कुंवर सिंह कॉलोनी, चास स्थित आवास को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। इसके अतिरिक्त बोकारो इस्पात में काम करने वाले एक 56 वर्षीय कर्मी तथा ओएनजीसी में काम करने वाले 26 वर्षीय कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। शनिवार को मिली छह पॉजिटिव रिपोर्ट में अन्य तीन में से एक सेक्टर-4ए का रहने वाला 33 वर्षीय व्यक्ति पटना से आया था। सेक्टर-3ई निवासी 28 वर्षीय संक्रमित दारोगा भी बिहार से आए थे और तीसरा मामला पुराना चास का है। यहां 34 वर्षीय व्यक्ति को संक्रमित पाया गया है। सभी को बोकारो जनरल अस्पताल भेज दिया गया है।

नए पॉजिटिव मामलों में बिहार से आनेवालों की संख्या अधिक: बीते दो दिनों में मिले पॉजिटिव मामलों में बिहार के विभिन्न जिलों से आने वाले लोगों की संख्या अधिक है। इसके साथ जिले में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 85 हो गई है। इनमें 42 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं, जबकि 2 की मौत हो चुकी है। 37 मरीज कोविड अस्पताल बीजीएच में तथा 2 रिम्स में इलाजरत हैं।

पटना बना हॉटस्पॉट: मगध एवं पटना प्रमंडल के जिलों से आने वाले कई लोगों में कोरोना का संक्रमण मिला है। दिल्ली, मुंबई के बाद बिहार के पटना, नवादा, गया, बिहारशरीफ, औरंगाबाद सहित कई जिले से बोकारो आनेवाले लोग संक्रमण की चपेट में हैं। ऐसे में यहां से आने वाले लोगों पर अब प्रशासन की विशेष नजर है।

बोकारो इस्पात संयंत्र के अंदर कोरोना का खतरा

जागरण संवाददाता, बोकारो: सेल मुख्यालय, सीएमओ के बाद अब कोरोना बोकारो इस्पात संयंत्र में भी अपनी दस्तक दे चुका है। 11 जुलाई को आई कोरोना की रिपोर्ट में बीएसएल के स्लैबिग मिल विभाग में कार्यरत एक कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद संयंत्र परिसर में हड़कंप मच गया है। उक्त कर्मचारी सेक्टर 12बी के रहने वाले हैं। गुरुवार को खांसी व बुखार की समस्या को लेकर ये बीजीएच पहुंचे थे। चिकित्सकों ने संदेह के आधार पर आयुष्मान वार्ड में रखकर उनकी कोरोना जांच की। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।

इधर, प्रबंधन ने एहतियात की तौर पर कर्मचारी के बीजीएच में भर्ती होने के दिन से ही स्लैबिग मिल विभाग में सैनिटाइजेशन का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया था। वहीं रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सहकर्मियों को भी क्वारंटाइन कर कोरोना जांच कराने की बात कही जा रही है। बताया जाता है कि बीजीएच में भर्ती होने से पूर्व उक्त कर्मचारी ने पिछले शनिवार तक नियमित रूप से ड्यूटी की थी।

विभागीय स्तर पर होगा कमेटी का गठन: सेल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यालय रेस हो गया है। कॉरपोरेट ऑफिस, सीएमओ, भिलाई, इस्को-बर्नपुर के बाद बीएसएल में कोरोना के मरीज मिलने से प्रबंधन की चिता बढ़ गई है। ऐसे में अब इसके रोकथाम के लिए विभागीय स्तर पर कमेटी का गठन किया जाएगा। इनमें दो अधिशासी के साथ तीन अनाधिशासी शामिल होंगे। इन्हें अपने विभाग में कोरोना से बचाव के लिए कर्मियों को जागरूक करने के साथ इसके समुचित संसाधन शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने, मास्क पहनने, हाथों को सैनिटाइज करने, कार्यस्थल पर साफ-सफाई रखने, तंबाकू आदि के सेवन पर रोक आदि मसले पर निगरानी रखनी होगी। कमेटी में सदस्यों के चयन का अधिकार संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष के पास होगा। ये कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई करेंगे।


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