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सेविका व सहिया रखेंगी गांवों की सेहत का ख्याल

जागरण संवाददाता बोकारो राज्य सरकार के निर्देश के बाद उपायुक्त राजेश सिंह ने गांवों को

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 07:51 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 07:51 PM (IST)
सेविका व सहिया रखेंगी गांवों की सेहत का ख्याल
सेविका व सहिया रखेंगी गांवों की सेहत का ख्याल

जागरण संवाददाता, बोकारो : राज्य सरकार के निर्देश के बाद उपायुक्त राजेश सिंह ने गांवों को कोरोना संक्रमण मुक्त रखने के लिए प्रखंड कोविड टास्क फोर्स का गठन करने का आदेश दिया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को अपेक्षाकृत और सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसमें आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका व सहिया पर गांवों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की सुलभ जांच, समय पर रिपोर्ट, पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन केंद्रों की स्थापना, उपचार व जागरूकता कार्यक्रम को प्रभावी बनाते के लिए प्लान बनाना है ।

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उपायुक्त ने बताया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट करने के क्रम में प्रखंड स्तर पर उपलब्ध एंबुलेंस अथवा अन्य वाहन की सेवाएं प्राप्त की जा सकती है। प्राथमिकता के आधार पर प्रभावित ग्रामों, अधिक दुर्गम तथा सुदूरवर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त विशेष जांच दल भेजते हुए जांच कराई जा सके। एंबुलेंस की यह व्यवस्था 31 जुलाई रहेगी। जांच के क्रम में पॉजिटिव पाए गए सभी मरीजों को चिकित्सा पदाधिकारी के चिकित्सकीय मूल्यांकन के बाद लक्षणों के आधार पर आइसोलेशन सेंटर अथवा अस्पताल में भर्ती करेंगे। सहिया साथी सभी होम आइसोलेशन में रोगियों की सूची संकलित करेंगी और उन्हें दवाओं के वितरण के साथ परामर्श देंगी।

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यह होगी टास्क फोर्स की संरचना : प्रखंड विकास पदाधिकारी या अंचल अधिकारी अध्यक्ष, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सदस्य सचिव, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, थाना प्रभारी, महिला पर्यवेक्षिका, समाज कल्याण प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक जेएसएलपीएस, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सदस्य होंगे।

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प्रखंडों में बनेंगे आइसोलेशन केंद्र : प्रत्येक प्रखंड में जनसंख्या, क्षेत्र विस्तार एवं संक्रमण की दर के आधार पर तीन से पांच आइसोलेशन केंद्र बनाए जाएंगे। यहां पर्याप्त संख्या में पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि उपलब्ध रहेंगे। चिकित्सक प्रत्येक आइसोलेशन केंद्र में कोविड संक्रमितों की जांच करेंगे। प्रत्येक आइसोलेशन सेंटर को एक चिह्नित एंबुलेंस से टैग किया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में होगी रैपिड एंटीजन टेस्ट : प्रखंड स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं, सहिया एवं बहुद्देशीय कार्यकर्ताओं को रैपिड एंटीजन आधारित कोविड जांच का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें समुचित संख्या में निश्शुल्क होम आइसोलेशन किट उपलब्ध करा दी जाएगी। संक्रमण की सूचना प्राप्त होते ही प्रारंभिक चिकित्सा आरंभ की जा सके और सेहत बिगड़ने से रोका जा सके। प्रत्येक पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी सेविका व सहियाओं के दो-दो दल गठित किए जाएंगे। जिसमें से एक दल रैपिड एंटीजन जांच तथा दूसरा दल संभावित कोविड संक्रमितों की पहचान का कार्य करेगा।


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