सेल अफसरों को सी ग्रेड की बाध्यता समाप्त
बोकारो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेडमें अधिकारियों को दी जाने वाले सी ग्रेड की बा
बोकारो : स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेडमें अधिकारियों को दी जाने वाले सी ग्रेड की बाध्यता को कंपनी प्रबंधन ने समाप्त कर दिया है, जिसके बाद कंपनी की अलग-अलग इकाई में काम करने वाले अधिकारियों को अब पीआरपी मद में होने वाली वित्तीय क्षति से काफी राहत मिलेगी साथ ही, प्रोन्नति के समय आगे बढ़ने के अवसर प्रबल हो जाएंगे। अधिकारियों का संगठन सेफी कंपनी में कार्यरत अफसरों को वार्षिक ग्रेडिग के तौर पर अनिवार्य रूप से दिए जाने वाले सी ग्रेड को हटाने की मांग प्रबंधन से की थी। जहां सी ग्रेड पाने वाले अफसरों को 10 फीसद का अंक दिया जाता रहा है। सेल प्रबंधन इसमें संशोधन कर सी ग्रेडिग के फीसद को दस प्रतिशत से घटाकर दो प्रतिशत कर दिया है। यह आदेश साल 2020-21 को दर्ज किये जाने वाले अधिकारियों के ईपीएमएस में लागू हो जाएगा। अधिसूचना के अनुसार ओ ग्रेड आउटस्टैंडिग को 15 प्रतिशत, ए ग्रेड वेरी गुड को 40 प्रतिशत, बी ग्रेड गुड को 40 प्रतिशत तथा सी ग्रेड औसत से कम वाले अफसरों को सिर्फ दो प्रतिशत अंक जाएगा। सेफी के महासचिव विमल विशी ने बताया की संगठन के लगातार प्रयास के बाद यह सफलता मिली है। सेफी सी ग्रेडिग की बाध्यता को हटाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत थी। ग्रेडिग में संशोधन के बाद सेल में काम करने वाले हजारों अधिकारी लाभान्वित होंगे। प्रबंधन के इस निर्णय से अधिकारियों में बेहतर कार्य करने की प्रेरणा का समावेश होगा। मालूम हो की सेल में सी ग्रेड वाले अधिकारियों को पीआरपी के लाभ वंचित रखा जाता है, साथ ही इस ग्रेड के अधिकारी को प्रोन्न्ति में भी काफी परेशानी होती है। कंपनी प्रबंधन के नियमानुसार सी ग्रेड वाले अधिकारी विभागीय कामकाज में औसत के अनुरूप सेवा नही दे पाने के कारण इसके हकदार होते हैं।
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वर्जन: सेल अफसरों को दी जाने वाली सी ग्रेड की बाध्यता को दस के बजाय दो फीसद कर दिया गया है। यह सेफी की एक बड़ी जीत है। नियम के लागू होने से अधिकारी पूरे मनोबल के साथ उत्पादन का काम करेंगे।
एनके बंछोर, चेयरमैन सेफी