प्रेम के धागों से सजी भाई की कलाई
चास-बोकारो में श्रावण मास की पूर्णिमा के मौके पर गुरुवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया। सुबह से ही नगर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने भगवान की पूजा-अर्चना की। घर में बहनों ने थाल में दीप सजाकर भाइयों की आरती उतारी।
जागरण संवाददाता, बोकारो: चास-बोकारो में श्रावण मास की पूर्णिमा के मौके पर गुरुवार को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया। सुबह से ही नगर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने भगवान की पूजा-अर्चना की। घर में बहनों ने थाल में दीप सजाकर भाइयों की आरती उतारी। भाई के माथे पर तिलक लगाया। इसके बाद उनकी कलाइयों पर राखी बांधा। उन्होंने अपने भाई के दीर्घायु होने की कामना की। वहीं भाइयों ने बहनों को उपहार देकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। बहनों ने राखी बांधने के बाद अन्न व जल ग्रहण किया।
श्रीराम मंदिर के पुरोहित ने कहा कि रक्षाबंधन में राखी का विशेष महत्व है। यह भाई-बहन के स्नेहिल रिश्ते की डोर को मजबूत करता है। यह पर्व सामाजिक व पारिवारिक एकबद्धता की सांस्कृतिक उपज रहा है। बहनें कहीं भी रहती हैं, वे अपने भाई को राखी बांधना या भेजना नहीं भूलती हैं। रक्षा बंधन को लेकर डाक विभाग की ओर से भी विशेष तैयारी की गई थी। नगर के रेस्तरां व होटलों में विशेष व्यवस्था थी। लोगों ने परिजनों के संग यहां व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
गुलजार रहे नगर के बाजार: रक्षाबंधन पर नगर के बाजार गुलजार रहे। चास-बोकारो के विभिन्न मार्केट की दुकानें आकर्षक राखियों से सजी थीं। लोगों ने राखियां, पूजन सामग्री व मिठाइयों की खरीदारी की। इधर, राखी के गीतों से नगर गुंजायमान हो उठा।