डीसी लाइन की सुरक्षा रेलवे को ध्यान नहीं
जागरण संवाददाता बोकारो जिस प्रकार दक्षिण पूर्व रेलवे का सिस्टम सतर्क है पर पूर्व केन्द्रीय
जागरण संवाददाता, बोकारो : जिस प्रकार दक्षिण पूर्व रेलवे का सिस्टम सतर्क है पर पूर्व केन्द्रीय रेलवे की स्थिति ठीक विपरित है। चंद्रपुरा से धनबाद जाने वाली रेलवे लाइन के किनारे सैकड़ों की संख्या में आवासीय परिसर बने हुए हैं। पर इस रेल खंड में पूरे दिन में दो से तीन ट्रेन गुजर जाय तो बड़ी बात होती है। अधिकांश ट्रेनों का परिचालन रांची से गोमो रेलखंड में ही होता है। रेलवे लाइन के आसपास अतिक्रमण डीसी लाइन पर पड़ने वाले दुगदा, चंद्रपुरा व अन्य छोटे स्टेशन के आसपास रेलवे लाइन व रहने वाले लोगों के लिए कोई सिस्टम का काम नहीं कर रहा है। वजह यह है कि धनबाद मंडल होने के कारण इन स्टेशनों पर कोई भी रेलवे का बड़ा अधिकारी नहीं बैठता है। इसके अलावा एक ही जिले में कई स्थानों पर दक्षिण पूर्व रेलवे व ंसीआर की सीमाएं बंटती है। कहने के लिए तो चंद्रपुरा में आरपीएफ व जीआरपी दोनों के पोस्ट हैं पर वह ट्रेनों में कोयला, सब्जी ढोने वालों से वसूली के लिए न कि रेलवे की जमीन को बचाने के लिए। यदा-कदा जब कुछ वर्षो के अंतराल में जीएम या किसी अधिकारी का निरीक्षण होता है तो अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होती है शेष समय में जिसे जहां रहना है रहने की आजादी है। हालांकि समग्र रूप से जिले में कहीं भी महानगरों जैसी स्थिति नहीं है। यहां चूंकि रेलवे से अधिक खाली पड़ी भूमि बोकारो स्टील, सीसीएल सहित अन्य उपक्रमों की जमीन खाली है कि लोगों को रेलवे लाइन के समीप बसने की जरूरत नहीं होती है।