हड़ताल से 840 नव प्राथमिक विद्यालयों में नहीं हुई पढ़ाई
बोकारो : पारा शिक्षकों की हड़ताल से जिले के 1568 सरकारी विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था चर
बोकारो : पारा शिक्षकों की हड़ताल से जिले के 1568 सरकारी विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था चरमरा गई। 840 नव प्राथमिक विद्यालयों में पठन-पाठन नहीं हो सका। नव प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत पारा शिक्षक कार्य से अलग रहे। नव प्राथमिक विद्यालय में बच्चे पढ़ने के लिए आए, लेकिन पढ़ाई नहीं हो सकी। विद्यार्थी मध्याह्न भोजन करने के पश्चात अपने घर चले गए। इधर सरकारी विद्यालयों में पारा शिक्षकों की अनुपस्थिति से पठन-पाठन पर असर पड़ा। सरकारी शिक्षकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। इधर स्थायी शिक्षकों के संघ ने निर्णय लेते हुए प्रतिनियुक्ति वाले विद्यालय में काम नहीं करने की घोषणा की। विदित हो कि जिला शिक्षा पदाधिकारी 648 सरकारी शिक्षकों का प्रतिनियोजन पारा शिक्षकों की हड़ताल से प्रभावित विद्यालयों में किया है।
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प्रतिनियुक्त किए गए 648 शिक्षक
बोकारो जिले के नव प्राथमिक विद्यालयों में 648 सरकारी शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया। झारखंड शिक्षा परियोजना बोकारो की ओर से पारा शिक्षकों की हड़ताल से प्रभावित विद्यालयों में सरकारी शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया। बेरमो प्रखंड के 20, चंदनकियारी के 75, चंद्रपुरा के 52, चास के 118, गोमिया के 112, जरीडीह के 54, कसमार के 61, नावाडीह के 73 व पेटरवार के 83 विद्यालयों में सरकारी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई है। सोमवार से प्रतिनियुक्त शिक्षक यहां योगदान करेंगे।
-राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने किया समर्थन : राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बोकारो जिला ने पारा शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन किया है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ बोकारो के जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र कुमार, महामंत्री कमलेश कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष लक्ष्मण ¨सह व प्रदेश कोषाध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि पारा शिक्षकों के अधिकार की लड़ाई को नैतिक समर्थन दिया जाएगा। महासंघ ने रांची में पारा शिक्षकों पर लाठी चार्ज, उनकी गिरफ्तारी व बर्खास्तगी की ¨नदा की। उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों को जेल भेजना व उनकी सेवा समाप्ति का आदेश सरकार का शिक्षकों के प्रति असंवेदनशीलता दर्शाता है। महासंघ ने सरकार से पारा शिक्षकों के साथ वार्ता कर हड़ताल को समाप्त करने एवं उन्हें सम्मानजनक वेतन भुगतान करने की अधिसूचना जारी करने की अपील की। कहा कि जिले के प्राथमिक शिक्षकों को विभाग की ओर से नव प्राथमिक विद्यालयों में प्रतिनियोजित किया गया है, जो नियम के अनुकूल नहीं है। इससे सरकारी विद्यालयों में भी पठन-पाठन प्रभावित होगा। सरकार की महात्वाकांक्षी ज्ञानसेतु कार्यक्रम पूरी तरह से विफल हो जाएगा। महासंघ ने प्राथमिक शिक्षकों से प्रतिनियोजित विद्यालयों में योगदान नहीं करने की अपील की है।
विद्यालयों में लटक जाएगा ताला
बोकारो जिले के विभिन्न शिक्षक संगठनों ने पारा शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन किया है। उन्होंने प्राथमिक शिक्षकों से प्रतिनियुक्त विद्यालयों में योगदान नहीं करने की अपील की है। अगर प्रतिनियुक्त शिक्षक विद्यालयों में योगदान नहीं करेंगे। तो इन विद्यालयों में ताला लटक जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
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'पारा शिक्षकों की हड़ताल से शिक्षण व्यवस्था पर असर पड़ा है। अधिकतर पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने की सूचना है, लेकिन 648 विद्यालयों में शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया है। वे यहां शिक्षण कार्य करेंगे। विद्यालयों में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने की दिशा में काम किया जाएगा।
नीलम आइलिन टोप्पो, जिला शिक्षा पदाधिकारी
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'नव प्राथमिक विद्यालय आज खुले रहे। विद्यालय प्रबंधन समिति की ओर से इसका संचालन किया गया। सोमवार से विद्यालयों में प्रतिनियुक्त किए गए शिक्षक काम करेंगे। इससे शिक्षण व्यवस्था दुरुस्त होगी। कहीं से भी किसी विद्यालय के बंद रहने की सूचना नहीं है। हालांकि पारा शिक्षकों की हड़ताल से शिक्षण व्यवस्था पर असर पड़ा है।
रेणुका तिग्गा, जिला शिक्षा अधीक्षक