भूमि अधिग्रहण बिल पर विपक्ष का हमला
बेरमो : भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के विरोध में संपूर्ण विपक्षी दलों ने गुरुवार को बेरमो अनुमंडल के
बेरमो : भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक के विरोध में संपूर्ण विपक्षी दलों ने गुरुवार को बेरमो अनुमंडल के बेरमो, गोमिया एवं नावाडीह प्रखंड मुख्यालयों में धरना दिया। वक्ताओं ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा उक्त बिल राज्य के आदिवासी, मूलवासी की भावनाओं के खिलाफ है। धरने के उपरांत राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी क्रमश: बीडीओ और सीओ को सौंपा गया। इस दौरान झामुमो, कांग्रेस, जेवीएम, सीपीआई, मासस, आरजेडी सहित अन्य विपक्षी दल शामिल थे।
बेरमो प्रखंड मुख्यालय में झामुमो नेता काशीनाथ केवट की अध्यक्षता में धरना दिया गया। इस दौरान केवट ने कहा कि भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक 2017 में रैयतों तथा ग्राम सभा की सहमति के प्रावधानों को समाप्त कर दिया गया है। रैयतों के लिए न्यायालय का दरवाजा भी बंद कर दिया गया है। यह सरकार की हिटलरशाही नीति का पोषण करने वाला जनविरोधी बिल है। इस विधेयक का उद्देश्य कारपोरेट घराने को फायदा पहुंचाना है। मनमाने तरीके से आदिवासी, मूलवासी तथा छोटे किसानों की जमीन को अधिग्रहित कर औने पौने दामों में उन्हें बेचने की नीति पर मुहर लगाई गई है। मौके पर झामुमो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, आफताब आलम खान, आलमगीर खान, बैजनाथ महतो, नगर अध्यक्ष मदन महतो, अनिल अग्रवाल, जयनारायण महतो, कांग्रेस नेता श्यामल सरकार, गिरजाशंकर पांडेय, वीरेंद्र ¨सह, प्रमोद कुमार ¨सह, परवेज अख्तर आदि थे। धरने के बाद महागठबंधन की ओर से राज्यपाल के नाम ज्ञापन बेरमो सीओ एमएन मंसूरी को सौंपा गया।
गोमिया प्रखंड कार्यालय के परिसर में भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ आहूत धरने की अध्यक्षता झामुमो प्रखंड अध्यक्ष लुदू मांझी ने की। यहां वक्ताओं ने कहा कि झारखंड की स्थानीय नीति वर्ष 1986 के आधार को भी रद कराने के लिए संघर्ष तेज किया जाएगा। स्थानीयता की परिभाषा 1932 की खतियान ही तय करेगी। मौके पर जेवीएम जिलाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र राज, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष शरण राम, राम किशुन रविदास, जेएमएम के गोपाल यादव, मुमताज अंसारी, शंभू यादव, भाकपा माले के सचिव सुरेंद्र यादव आदि थे।
इधर नावाडीह में भाजपा की रघुवर की सरकार को वक्ताओं ने तानाशाह करार दिया। अध्यक्षता कर रहे झामुमो किसान मोर्चा के अध्यक्ष भुवनेश्वर महतो ने कहा कि इस काले कानून को वापस लेने तक संघर्ष जारी रहेगा।
मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष इमरान अंसारी, महावीर महतो, तिलक तुरी, झाविमो के रकीब आलम, भाकपा के नुनूचंद महतो, ईश्वर ठाकुर, वासदेव महतो, झामुमो के लोकेश्वर महतो आदि मौजूद थे।