लीड: उन्मादी हिंसा से नई बस्ती में शोक से साथ रोष भी व्याप्त
बच गई थी। वहीं बच्चा चोर के संदेह में 24 सितंबर को लोगों ने एक विक्षिप्त युवक को पकड़ कर पिटाई कर दी थी। यह घटना बोकारो थर्मल के सुभाषनगर में घटी थी। थाना प्रभारी उमेश कुमार ठाकुर मौके पर पहुंच युवक को भीड़ से छुड़ाकर थाना ले गए थे। - मौत के शिकार बने मुबारक अंसारी व घायल अख्तर अंसारी बोकारो थर्मल की निकटवर्ती नई बस्त
- मौत के शिकार बने मुबारक अंसारी व घायल अख्तर अंसारी बोकारो थर्मल की निकटवर्ती नई बस्ती के निवासी, दोनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल संवाद सहयोगी, बोकारो थर्मल (बेरमो) :
बोकारो थर्मल थाना अंतर्गत सीसीएल की गोविदपुर कॉलोनी में चोरी करने के आरोप में दो लोगों को मॉब लिचिग का शिकार बनाकर एक को मार डाले जाने व एक को गंभीर रूप से घायल कर दिए जाने की घटना से नई बस्ती में शोक से साथ रोष भी व्याप्त है। क्योंकि भीड़ में शामिल कुछ लोगों की पिटाई से जिस मुबारक अंसारी की मौत हो गई और अख्तर अंसारी गंभीर रूप से घायल हो गया, वह दोनों बोकारो थर्मल की निकटवर्ती नई बस्ती के निवासी हैं। दोनों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। पूरी नई बस्ती में मातम छा गया है। मृतक मुबारक अंसारी की पत्नी फरीजन खातून ने रोते हुए बताया कि उसके पति दिहाड़ी मजदूरी कर व पोड़ा कोयला बेचकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनका सिर्फ एक 22 वर्षीय पुत्र यूसुफ अंसारी है, जो बेरोजगार है। पति मुबारक अंसारी ही उनके घर में कमाने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। जालिमों ने पीट-पीटकर उन्हें मार डाला। अब उनका पारिवारिक रथ कैसे चलेगा। वहीं गंभीर रूप से घायल अख्तर अंसारी की पत्नी वजीफा परवीन ने बताया कि उसके पति ठेका मजदूरी करते रहे हैं, जिससे घर-गृहस्थी काफी मुश्किल से चल पाती है। उनके दो छोटे-छोटे दो बच्चे हैं। पिटाई से घायल हो चुके पति को यदि कुछ हो गया तो उसका जीवन यापन बच्चों की परवरिश कैसे होगी। --मृतक के परिजनों ने की न्याय की मांग :
मृतक मुबारक अंसारी के परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिजनों में लालमोहमद अंसारी व ताजुद्दीन अंसारी ने कहा कि मुबारक अंसारी निर्दोष था। बेवजह पीटकर उसे मार डाला गया। अगर कोई गलती की थी तो लोगों को उसे पुलिस के हवाले करना चाहिए था। खुद ही पुलिस व अदालत बनकर सजा देने का हक भीड़ में शामिल लोगों को किसने दिया? परिवार वालों को बताते तो नुकसान की भरपाई की जाती, जान से मार देना कहां तक उचित है? घटना में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। ताकि उससे सबक लेकर अन्य किसी को भीड़ की आड़ में कोई भी उपद्रवी मार न सके। --घटनास्थल में काफी पुलिस बल तैनात :
घटना के बाद घटनास्थल में काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। बोकारो थर्मल थाना के प्रभारी उमेश कुमार ठाकुर निरंतर क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मॉब लिचिग एक जघन्य अपराध है, यह बताने के लिए पिछले दिनों क्षेत्र में प्रशासन की ओर से जागरूकता अभियान चलाया गया था। उसके बावजूद यहां घटना घटित होना चिता का विषय है। बेरमो के एसडीपीओ अंजनी अंजन ने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बेरमो के सीओ मनोज कुमार ने भी घटनास्थल पहुंचकर जायजा लिया। --घायल ने दर्ज कराया अपना बयान :
घायल हुए अख्तर अंसारी ने बोकारो रेफर होने से पहले बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी अस्पताल में पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया। उसने बताया कि वह एवं मुबारक अंसारी मंगलवार की रात लगभग 12 बजे गोविदपुर कॉलोनी के पास खड़े एक हाइवा डंपर से बैटरी खोलकर ले जा रहे थे। उस दौरान सर्विस सेंटर के निकट पहुंचने पर प्रेमचंद महतो, उसके पिता हेमलाल महतो, पत्नी नैना देवी, पुत्र कुंदन महतो व नंदन महतो ने उक्त दोनों को घेरकर पकड़ लिया और फोन कर व शोर मचाकर काफी लोगों को जमा कर लिया। उसके बाद उन दोनों को रस्सी से बांधकर पीटा, जिससे मुबारक की मौत हो गई और वह घायल हो गया। पुलिस उसके बयान के आधार पर थाना में मामला दर्ज कर उक्त पांचों को गिरफ्तार कर तेनुघाट जेल भेज दिया। --पूर्व में भी घट चुकी कई घटना :
बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र में पूर्व में भी कई मॉब लिचिग की घटना घट चुकी है। हालांकि उन घटनाओं में किसी की जान नहीं गई। बीते 9 सितंबर को बोकारो थर्मल रेलेवे स्टेशन के समीप एक घटना घटी थी, जहां बच्चा चोर के संदेह में एक सीसीएल कर्मी संतोष करमाली (35) की जमकर पिटाई कर दी गई थी। हालांकि कुछ ही देर बाद पुलिस के पहुंच जाने पर उनकी जान बच गई थी। वहीं बच्चा चोर के संदेह में 24 सितंबर को लोगों ने एक विक्षिप्त युवक को पकड़ कर पिटाई कर दी थी। यह घटना बोकारो थर्मल के सुभाषनगर में घटी थी। थाना प्रभारी उमेश कुमार ठाकुर मौके पर पहुंच युवक को भीड़ से छुड़ाकर थाना ले गए थे।