कोचागोड़ा में धूमधाम से मना प्रकृति पर्व सरहुल
जरीडीह जरीडीह प्रखंड स्थित कोचागोड़ा में आदिवासी बाहा बोंगा समिति ने प्रकृति का पर्व सरह
जरीडीह : जरीडीह प्रखंड स्थित कोचागोड़ा में आदिवासी बाहा बोंगा समिति ने प्रकृति का पर्व सरहुल रविवार को जेहरा थान में धूमधाम से मनाया। पुजारी व पाहन ने संयुक्त रूप से ईष्टदेवता विधिवत पूजा अर्चना किया। इसके बाद अतिथि जिप उपाध्यक्ष हीरा लाल मांझी, जरीडीह बीडीओ उज्जवल कुमार सोरेन, डा. रतन लाल मांझी, राजीव नायक, आकाश टुडू, यादुनाथ हेम्ब्रम आदि ने लोटा पानी गिराकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि बीडीओ सोरेन ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासियों का मुख्य पर्व सरहुल पूजा है, जिसमें प्रकृति की पूजा होती है। यह एकता एवं शांति का पर्व है। पर्व त्योहार समाज के लोगों के बीच आपसी प्रेम व भाईचारे का संदेश देता है। विशिष्ट अतिथि जिप उपाध्यक्ष मांझी ने कि आदिवासी समाज में कुछ बुराइयों के कारण अभी भी समाज काफी पिछड़ा है, जिसका सबसे बड़ा कारण शराब का सेवन एवं शिक्षा की कमी है। डॉ. रतन लाल मांझी व राजीव नायक ने संयुक्त रूप से कहा कि आदिवासी हमेशा से प्रकृति से जुड़ा रहा है। आदिवासियों का मुख्य उद्देश्य है प्रकृति से जुड़कर रहने से ही संसार हरा भरा रहेगा। मौके पर समिति के संरक्षक रातू राम मरांडी, अध्यक्ष अरविन्द कुमार सोरेन, सचिव दुर्गा प्रसाद सोरेन, छोटेलाल मुर्मू, नकुल सोरेन, कृष्ण किशोर मुर्मू, बाबू चांद सोरेन, राजकुमार मरांडी, गुना राम मरांडी, बिरजू सोरेन, इंद्रजीत किस्कू, सूरजदेव हांसदा, शिवा हांसदा, दुर्गा प्रसाद हांसदा, करमचंद मरांडी, राजेन्द्र मरांडी, मनोज सोरेन, जयराम सोरेन, नंदलाल किस्कू, सीताराम किस्कू, बाबू दास किस्कू, हाकिम किस्कू, प्रेम किस्कू, गणपत सोरेन, लखींद्र हेम्ब्रम, युधिष्ठिर सोरेन,आनन्द सोरेन आदि आदि उपस्थित थे।