बीएसएल में सेवानिवृत्ति से प्रबंधन की बढ़ी मुश्किलें
बोकारो इस्पात संयंत्र में इस माह चार अधिकारी सहित कुल 30 कर्मचारी अपने पद से सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
बीएसएल में सेवानिवृत्ति से प्रबंधन की बढ़ी मुश्किलें
जागरण संवाददाता, बोकारो: बोकारो इस्पात संयंत्र में इस माह चार अधिकारी सहित कुल 30 कर्मचारी अपने पद से सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इससे मानव शक्ति की कमी झेल रहे वर्तमान संयंत्रकर्मियों पर कामकाज का अतिरिक्त बोझ बढ़ जाएगा। हालांकि कोरोना के कारण बीएसएल में बीते ढ़ाई साल से लंबित ओटीटी, एटीटी, जूनियर स्टाफ नर्स की नियुक्ति के बाद प्रबंधन अब नई बहाली की प्रक्रिया में जुट गया है। सेल मुख्यालय बोकारो इस्पात संयंत्र सहित अपने सभी इकाई में बड़े पैमाने पर अनुबंध के साथ स्थायी कर्मियों को बहाल करने जा रहा है, जिससे घटते श्रमशक्ति पर संतुलन बनाया जा सके।
- प्रमोशन से होगी सीजीएम के रिक्त पदों की भरपाई -
बोकारो इस्पात संयंत्र में मैनपावर की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की यहां सीजीएम के दस से ज्यादा पद रिक्त हैं। इन विभाग में महाप्रबंधक व दूसरे विभाग के मुख्य महाप्रबंधक को अतिरिक्त प्रभार देकर विभागीय काम किया जा रहा है। इसके समाधान के लिए सेल मुख्यालय बीएसएल सहित अपने तमाम इकाई में जीएम से सीजीएम का पदोन्नति आदेश अगले माह जारी करने का मन बनाए है। पदोन्नति से पूर्व 10 अगस्त को नई दिल्ली में आहूत सेल बोर्ड की बैठक में पद के हकदार उम्मीदवारों के साक्षात्कार की तिथि पर पर निर्णय होगा।
- सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों की सूची -
बोकारो इस्पात संयंत्र में इस माह संयंत्र के विभिन्न विभाग में काम करने वाले 30 कर्मचारियों के अलावा अधिकारी संवर्ग में स्लैबिंग मिल विभाग के महाप्रबंधक मनोज कुमार, एसीवीएस विभाग के महाप्रबंधक शालीग्राम प्रसाद, ठेका प्रकोष्ठ विभाग के उप महाप्रबंधक राजेश मोहन तथा ब्लास्ट फर्नेस विभाग के वरीय प्रबंधक अशोक कुमार भगत अपने पद से सेवानिवृत्त होने वाले हैं।